रोजाना रात में पैर के तलवों की मालिश करने से सेहत पर दिखते हैं ये असर
सिर में तेल की मालिश तो हर किसी ने कभी न कभी की ही होगी और ज्यादातर लोगों को इसके फायदे भी पता होते हैं, जैसे बालों के मुलायम रहना, स्कैल्प को नमी मिलना, स्ट्रेस दूर होना, सिर दर्द में आराम, लेकिन क्या आपका पता है कि रोजाना रात को अगर पैर के तलवों की मालिश की जाए तो इससे भी सेहत को कई फायदे भी होते हैं. रात को पैर के तलवों की मसाज अगर जैतून के तेल, बादाम के तेल, कोकोनट ऑयल या किसी एशेंशियल ऑयल सी के जाए तो थकान तो उतर ही जाती है, साथ ही आपको कई और फायदे भी होंगे.
पैर के तलवे आपकी हेल्थ के बारे में बहुत कुछ कहते हैं. यही वजह है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ पैर के तलवों की त्वचा के रंग, टेक्सचर और टेम्परेचर का निरीक्षण करके हेल्थ प्रॉब्लम्स के बारे में पता लगाते हैं. तो चलिए जान लेते हैं कि अगर रोजाना रात को तलवों की मालिश की जाए तो क्या सेहत पर क्या असर दिखाई देता है.
स्ट्रेस होता है दूर
पैर के तलवों की रोजाना मसाज करने से दिनभर की थकान उतर जाती है, जिससे पैरों के दर्द, पिंडलियों में होने वाली ऐंठन, तलवों की सूजन आदि से भी राहत मिलती है. इसके अलावा स्ट्रेस भी दूर होता है, जिससे आप एंग्जायटी, उदासी, चिड़चिड़ेपन जैसी समस्याओं से बचे रहते हैं और मानसिक रूप से ज्यादा बेहतर महसूस करते हैं.
नींद में होगा सुधार
सही नींद न लेना ही कई बीमारियों की वजह बन जाता है. अगर आप भी नींद न आने की समस्या से परेशान रहते हैं तो रात को बिस्तर पर जाने से पहले कुछ देर तक अपने पैरों को गुनगुने पानी में डुबोकर रखें और तौलिये से पोंछने के बाद किसी तेल से मसाज करें. इससे आपको बढ़िया नींद आएगी.
ब्लड सर्कुलेशन में होगा सुधार
पैर के तलवों में मालिश करने से आपकी पूरी सेहत को फायदा होता है, क्योंकि इससे ब्लड सर्कुलेशन सुधरता है और पैर दर्द, मांसपेशियों से ऐंठन में राहत मिलने के साथ ही नसों में जम फ्लूइड भी बाहर निकलता है. वहीं ब्लड प्रेशर की प्रॉब्लम में भी पैर के तलवों की मसाज करने से आराम मिलता है.
पैर की स्किन बनेगी मुलायम
रेगुलर फुट मसाज करने से पैरों की त्वचा भी मुलायम बनती है, जिससे आप स्किन संबंधित समस्याओं से बचे रहते हैं. जैसे एड़ियां फटना, पैर के तलवों की त्वचा सख्त हो जाना, किसी तरह का संक्रमण आदि. इसके अलावा पैर के तलवों की रेगुलर मसाज से प्लांटार फासिसाइटिस (एड़ी के दर्द का कारण) होने से भी बचा जा सकता है.
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