एमपी में दीपावली के अगले दिन भी रहेगा अवकाश, गोवर्धन पूजा धूमधाम से मनाएंगे
भोपाल। हमारे भारत की पहचान पशुपालन से भी है। हमारे यहां दूध और दही की नदियां बहती थीं। गांव का निचला तबका भी गोवर्धन पूजा बड़े उत्साह से मनाता है। हमारे त्योहारों को पुनर्स्थापित करने की जरूरत है।
गौ माता के विशेष पूजन के साथ केंद्र सरकार भी गोवर्धन पूजा को धूमधाम से मनाएगी और मध्य प्रदेश का स्थापना दिवस भी 30 अक्टूबर से लेकर चार नवंबर तक अलग-अलग उत्सव मना रहे हैं। यह बात शनिवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश भाजपा कार्यालय में मीडिया से कहा कि हमारी सरकार ने भी गोशालाओं का बजट दुगुना किया है।
बेहतर गोशालाएं बनाने जा रहे हैं। दूध उत्पादन को लगातार बढ़ावा दिलाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि दीपावली मानने के लिए अन्य शहर व राज्य में दूरदराज जाने वाले शासकीय कर्मी दूसरे दिन वापस नहीं आ पाते हैं। इनमें सबसे अधिक समस्या बैंक कर्मियों को होती है। इसलिए दीपावली के दूसरे दिन भी शासकीय अवकाश रखा गया है।
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को दीपावली की हार्दिक बधाई देते हुए मंगलकामना की है। उन्होंने कहा कि दीपावली पर सभी के मन में ‘वोकल फार लोकल’ का भाव रहना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी सभी को वोकल फार लोकल के लिए प्रेरित करते हैं।
निकाय कर्मियों को दीपावली से पहले होगा वेतन भुगतान
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में कार्यरत कर्मचारियों को भी दीपावली से पहले ही वेतन भुगतान किया जाए।
इसे लेकर नगरीय विकास एवं आवास आयुक्त भरत यादव ने सभी नगरीय निकायों को निर्देश दिए हैं कि चुंगी क्षतिपूर्ति की राशि से निकायों में कार्यरत नियमित कर्मचारियों, संविदा कर्मियों सहित आउटसोर्स कर्मियों को भी अक्टूबर के वेतन का भुगतान दीपावली से पहले ही कर दिया जाए। जिन निकायों में वेतन भुगतान की राशि संबंधी स्थापना व्यय चुंगी क्षतिपूर्ति से प्राप्त राशि से अधिक है, वहां अपनी निधि से वेतन भुगतान करें।
हिंगणकर संविदा पर सीएम के ओएसडी नियुक्त
आईपीएस आधिकारी राजेश कुमार हिंगणकर को सेवानिवृत्ति से पहले मुख्यमंत्री कार्यालय में संविदा पर विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी के पद पर पदस्थ किया गया है। हिंगणकर अभी मुख्यमंत्री कार्यालय में विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी है और इसी माह सेवानिवृत्त हो रहे है।
सेवानिवृत्ति से पहले उनकी सविंदा पर पदस्थापना एक नवंबर से मुख्यमंत्री कार्यालय में विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी के पद पर हुई है। ऐसा पहली बार है कि मुख्यमंत्री कार्यालय में किसी आईपीएस अधिकारी को संविदा नियुक्ति दी गई है।
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