नरसिंहपुर। जिले में कोरोना संक्रमण का प्रकोप अब स्कूलों तक पहुंच गया है। इसके चलते शिक्षक व बच्चे संक्रमित होने लगे हैं। नतीजतन तीन स्कूलों को एहतियातन बंद कर दिया गया है। इनमें एक सरकारी स्कूल भी शामिल है। वहीं एक निजी स्कूल के प्राचार्य को लापरवाही बरतने के मामले में नोटिस भी जारी किया गया है। बुधवार की देर रात आई रिपोर्ट के अनुसार शहर स्थित चावरा विद्यापीठ के दो बच्चे संक्रमित पाए गए हैं। यहां पूर्व में शिक्षक के संक्रमित होने, प्रबंधन द्वारा लापरवाही बरतने के सिलसिले में एसडीएम ने प्राचार्य को नोटिस जारी कर जांच दल का गठन किया है। वहीं गोटेगांव के निजी स्कूल देव मुरलीधर के छह शिक्षकों की दूसरी सैंपल रिपोर्ट भी पाजिटिव आई है। इसी तरह नरसिंहपुर ब्लाक के अंतर्गत भैंसा गांव स्थित सरकारी माध्यमिक स्कूल में जबलपुर निवासी प्राचार्य के संक्रमित निकली हैं। तीनों स्कूलों को एहतियातन 7-7 दिन के लिए बंद कर दिया गया है। जिला प्रशासन अब इस बात की तफ्तीश कर रहा है कि संक्रमित हुए शिक्षकों-प्राचार्य से अन्य कितने लोग संक्रमित हुए हैं। सावधानी के तौर पर प्रत्यक्ष संपर्क में आए बच्चों, शिक्षकों को क्वारंटाइन कर दिया गया है। इसके अलावा कांटेक्ट ट्रेसिंग भी की जा रही है। शिक्षा विभाग के अनुसार नरसिंहपुर-गोटेगांव के तीन स्कूलों में शिक्षकों-बच्चों के संक्रमित मिलने के बाद यहां के परिसरों का सैनिटाइजेशन कराया गया है। किसी को भी परिसर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जा रही है। जिले में अभी तक कोरोना के कुल 63 मामले दर्ज हैं।
भाराछासं ने सौंपा ज्ञापन: स्कूलों में कोरोना संक्रमण के प्रवेश के बाद भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन द्वारा जिले के सभी स्कूलों को बंद करने का ज्ञापन कलेक्टर के नाम सौंपा। गुरुवार शाम नृसिंह भवन पहुंचे संगठन के पदाधिकारियों-कार्यकर्ताओं ने डिप्टी कलेक्टर राधेश्याम बघेल ने ज्ञापन लिया। कार्यकर्ताओं की मांग रही कि संक्रमण से बच्चों को खतरा है, इसलिए आफलाइन पढ़ाई बंद कर आनलाइन कराई जाए, परीक्षा भी इसी माध्यम से हो।
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