शारीरिक संतुलन के लिए कीजिए उत्कटासन योग
शरीर की बेहतर सेहत के लिए सभी अंगों को स्वस्थ और फिट रखने पर ध्यान देने की आवश्यकता होती है, पैर उसमें अति महत्वपूर्ण हैं। पैरों पर हमेशा शरीर का पूरा भार होता है जिससे पैरों की मांसपेशियों पर अतिरिक्त दबाव का जोखिम अधिक होता है। यही कारण है कि पैरों की सेहत पर ध्यान न देने के कारण गठिया और मांसपेशियों से संबंधित कई तरह की अन्य समस्याएं काफी तेजी से बढ़ती जा रही हैं। हालांकि बेहतर बात यह है कि योगासनों के नियमित अभ्यास की आदत बनाकर आप शरीर के अन्य अंगों के साथ-साथ पैरों को भी स्वस्थ और फिट बनाए रख सकते हैं।पैर, शरीर का भार उठाने के साथ शरीर को संतुलित बनाए रखने जैसे अति महत्वपूर्ण कार्य करते हैं। ऐसे में इस अंग में होने वाली किसी भी प्रकार की समस्या संपूर्ण शरीर को प्रभावित कर सकती है। योग विशेषज्ञ कहते हैं, उत्कटासन योग का नियमित अभ्यास पैरों को स्वस्थ और फिट बनाए रखने में आपके लिए विशेष लाभकारी हो सकता है।
उत्कटासन योग के लाभ : उत्कटासन योग को पैरों-रीढ़ और कई अन्य बड़ी मांसपेशियों को स्वस्थ रखने में फायदेमंद माना जाता है। रीढ़ की हड्डी,कूल्हों एवं छाती की मांसपेशियों का यह अच्छा व्यायाम है।टखनों, जांघों, पिंडलियों और रीढ़ को मजबूत बनाता है।कंधों और छाती की बेहतर स्ट्रेचिंग में सहायक अभ्यास है।पेट के अंगों और डायाफ्राम को उत्तेजित करने और स्वस्थ रखने में मदद करता है।हृदय गति को बढ़ाने, संचार और मेटाबॉलिज्म को उत्तेजित करने में लाभकारी है।तंत्रिका तंत्र को स्वस्थ रखने और पैरों को टोन करने के साथ और सहनशक्ति को बढ़ावा देने में इस योग के अभ्यास को फायदेमंद माना जाता है।
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