ब्रेकिंग
जहानाबाद दोहरे हत्याकांड में सात आरोपियों को सश्रम आजीवन कारावास डोनियर ग्रुप ने लॉन्च किया ‘नियो स्ट्रेच # फ़्रीडम टू मूव’: एक ग्रैंड म्यूज़िकल जिसमें दिखेंगे टाइगर श... छात्र-छात्राओं में विज्ञान के प्रति रुचि जागृत करने हेतु मनी राष्ट्रीय विज्ञान दिवस राबड़ी, मीसा, हेमा यादव के खिलाफ ईडी के पास पुख्ता सबूत, कोई बच नहीं सकता “समान नागरिक संहिता” उत्तराखंड में लागू - अब देश में लागू होने की बारी नगरनौसा हाई स्कूल के मैदान में प्रखंड स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का हुआ आयोजन पुलिस अधिकारियों व पुलिसकर्मियों को दिलाया पांच‌ प्रण बिहार में समावेशी शिक्षा के तहत दिव्यांग बच्चों को नहीं मिल रहा लाभ : राधिका जिला पदाधिकारी ने रोटी बनाने की मशीन एवं अन्य सामग्री उपलब्ध कराया कटिहार में आरपीएफ ने सुरक्षा सम्मेलन किया आयोजित -आरपीएफ अपराध नियंत्रण में जागरूक करने के प्रयास सफ...

छत्‍तीसगढ़ के पूर्व सीएम डा. रमन ने कर्ज को लेकर सरकार को घेरा

रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने दिसंबर 2018 से अक्टूबर 2021 के बीच 43 महीनों में 51 हजार करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज लिया है। वहीं अब पूर्व मुख्‍यमंत्री डा. रमन सिंह ने मंगलवार को इंटरनेट मीडिया पर छत्‍तीसगढ़ सरकार पर कर्ज को लेकर हमला बोला है।

रमन सिंह ने ट्वीट किया – ये है गर्त में जाता कांग्रेस का ‘छत्तीसगढ़ माडल’। कर्ज न चुकाने पर आज बैंक नया रायपुर की सरकारी संपत्तियों को कब्जे में ले रहा है। सरकार के आर्थिक कुप्रबंधन और कर्ज लो घी पियो की आदत से विधानसभा, मंत्रालय, चौक-चौराहे के साथ छत्तीसगढ़ महतारी गिरवी हो जाएगी। इसके पूर्व भी रमन सिंह ने रोजगार मिशन को लेकर भी बयान दिया था
छत्‍तीसगढ़ सरकार ने राज्य में रोजगार की संभावना तलाशने के लिए मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में रोजगार मिशन का गठन किया है। डा. रमन सिंह ने इसे सरकार का नया जुमला करार दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की ये समितियां धोखा नीतियां हैं।
बता दें कि चालू वित्तीय वर्ष में अब तक लिया गया 9,729 करोड़ का कर्ज भी शामिल है। विधानसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह जानकारी दी है। उन्होंने यह भी बताया है कि चालू वित्तीय वर्ष में लिए गए कर्ज में 4,965 करोड़ केंद्र सरकार के माध्यम से जीएसटी ऋण के रूप में लिया गया है। 282 करोड़ रुपये केंद्र से विशेष सहायता के रूप में मिला है।
मुख्यमंत्री ने बताया है कि दिसंबर 2018 से मार्च 2019 तक 1771.94 करोड़ रुपये ब्याज और 590.64 करोड़ रुपये मूलधन के रूप में जमा किया गया। वित्तीय वर्ष 2019-20 में 2036.36 करोड़ मूलधन लौटाया गया, जबकि 4970.34 करोड़ ब्याज जमा किया गया।
2020-21 में 5633.11 करोड़ ब्याज जमा किया गया। वहीं, 3993.77 करोड़ मूलधन लौटाया गया। इसी तरह चालू वित्तीय वर्ष में अप्रैल से 24 नवंबर तक 2109.25 करोड़ मूलधन लौटाया गया है, जबकि 3101.60 करोड़ ब्याज के रुप में जमा किया गया है।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.