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बोले- राजनीति में धोखेबाजों को सबक सिखाना जरूरी; शिवसेना में टूट की वजह सत्ता का लालच

मुंबई: दो दिन के महाराष्ट्र दौरे पर पहुंचे गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा। शाह ने कहा कि जो लोग पॉलिटिक्स में धोखा देते हैं, उन्हें सबक सिखाने की जरूरत है। शिंदे सरकार बनने के बाद शाह पहली बार महाराष्ट्र पहुंचे हैं।भाजपा नेताओं को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि एकनाथ शिंदे की शिवसेना ही असली शिवसेना है, जो हमारे साथ है। शाह ने कहा कि शिवसेना में टूट एक व्यक्ति की लालच की वजह से हुई है। सत्ता के लिए उद्धव ने विचारधारा से समझौता कर लिया।अमित शाह ने मुंबई में भाजपा नेताओं के साथ करीब एक घंटे तक आगामी नगरपालिका चुनाव को लेकर बातचीत की।उद्धव को मैंने कभी CM बनाने का वादा नहीं कियासूत्रों के मुताबिक शाह ने मीटिंग में पार्टी नेताओं से कहा, ‘मैंने उद्धव ठाकरे को कभी मुख्यमंत्री बनाने का वादा नहीं किया। हम बंद कमरे में नहीं, सीना ठोककर राजनीति करने वाले लोग हैं। अगर, हम बयान दिए होते तो शिवसेना के नेताओं को जरूर मुख्यमंत्री बनाते।’आखिर क्या है मामला, जिस पर शाह ने बयान दिया हैमहाराष्ट्र में 2019 का विधानसभा चुनाव भाजपा और शिवसेना ने मिलकर लड़ा था। 288 सीटों पर हुए चुनाव में भाजपा को 105 और शिवसेना को 55 सीटें मिली थीं। चुनाव के बाद शिवसेना ने ढाई-ढाई साल के CM बनाए जाने की मांग रख दी।मुंबई दौरे पर आए अमित शाह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से रविवार को मुलाकात की।शिवसेना का कहना था कि अमित शाह और उद्धव ठाकरे के बीच इस पर चुनाव पूर्व सहमति बन गई थी। आखिर में शिवसेना की इस मांग पर भाजपा तैयार नहीं हुई, जिसके बाद शिवसेना ने कांग्रेस और NCP के साथ मिलकर सरकार बना ली।जून में टूट गई थी शिवसेना, उद्धव को छोड़ना पड़ा था CM पदमहाराष्ट्र में 20 जून को पहली बार एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के 20 विधायक बागी होकर सूरत और फिर गुवाहाटी चले गए। धीरे-धीरे इन विधायकों की संख्या बढ़ती गई और 39 पर पहुंच गई, जिसके बाद उद्धव ठाकरे ने CM पद से इस्तीफा दे दिया।30 जून को भाजपा के सहयोग से शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। वर्तमान में 5 याचिकाओं के साथ शिवसेना का विवाद सुप्रीम कोर्ट में है। 23 अगस्त को कोर्ट ने इसे संवैधानिक बेंच में ट्रांसफर कर दिया।

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