सिद्धार्थनगर में 1 करोड़ से बनने वाली बिल्डिंग का काम ठप, प्रमुख सचिव ने भी नहीं दिया ध्यान
सिद्धार्थनगर: सिद्धार्थनगर में नवसृजित नगर पंचायत भारतभारी के परसा हुसैन में एक करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली पशु अस्पताल की बिल्डिंग का निर्माण करीब दो दशक बाद भी पूर्ण नहीं हो सका है।अधूरा भवन सरकारी धन के लूट की कहानी भी स्वत: बयां कर रहा है, बावजूद इसके जिम्मेदार आंखें मूंदे हुए हैं। इसके चलते आज भी पशु चिकित्सालय किराए के भवन में चल रहा है।शुरू से जानते हैं पूरा मामलावर्ष 1997-98 में डुमरियागंज तहसील क्षेत्र के ग्राम परसा हुसैन में पशु अस्पताल बनना शुरू हुआ। भवनों की श्रृंखला में 3 आवासीय परिसर, एक भव्य दवा वितरण केंद्र, दो पशु बांधने का स्थान, एक कृत्रिम गर्भधान केंद्र व एक मुख्य भवन शामिल रहा। सारे भवनों के निर्माण की जिम्मेदारी सीएनडीएस कार्यदाई संस्था को सौंपी गई।ठेकेदार व अफसरों पर आरोपआरोप है कि ठेकेदार व विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से धन की खूब बंदरबांट हुई। यही वजह रही कि कुछ महीनों में ही निर्माण ठप हो गया। अधूरे कार्य की वजह से भवन संबंधित विभाग को हैंडओवर भी नहीं हो सका।पैसा नहीं मिला तो कंपनी भाग गईएक बार काम ठप हुआ तो दोबारा चालू न हो सका। जिसकी मुख्य वजह पूर्ण बजट का जारी न होना बताया जा रहा है। इसीलिए कार्यदायी संस्था भी भाग खड़ी हुई। विभागीय अधिकारियों ने उच्चाधिकारियों समेत प्रमुख सचिव व शासन तक चिट्ठी लिखी, परंतु इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।हैंड ओवर से पहले जर्जर हो गए भवनवर्तमान में सभी भवन अधूरे हैं। अस्पताल भवन से लेकर आधे-अधूरे आवास जो बने थे वह भी जर्जर होने लगे, क्योंकि एक तो मानक की अनदेखी कर कार्य कराया गया दूसरे देखरेख भी किसी जिम्मेदार द्वारा नहीं किया गया।सिद्धार्थनगर में इसी बिल्डिंग का निर्माण 24 साल में पूरा नहीं हो पाया जो अब खंडहर जैसी दिखने लगी है।फिर लिखा जाएगा पत्रतहसीलदार, अरुण कुमार वर्मा ने कहा कि मामला संज्ञान में है, शासन व उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा जाएगा, जिससे अधूरा निमार्ण कार्य पूर्ण कराया जा सके।
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