नवा रायपुर में किसान आंदोलन जारी, नहीं निकला कोई रास्ता
रायपुर। नवा रायपुर के विकास से प्रभावित किसानों का आंदोलन अब गरमाता जा रहा है। 27 गांवों के किसान पिछले 20 दिनों से नवा रायपुर विकास प्राधिकरण भवन के बाहर तंबू डालकर बैठे हैं। सरकार से अभी औपचारिक बातचीत शुरू नहीं हो पाई है। इसकी वजह किसान प्रतिनिधि अब सरकार से हर बात लिखित में करने पर अड़ गए हैं।
रोज की तरह शनिवार को भी किसान मंच में भारत माता और महात्मा गांधी की पूजा-अर्चना कर राष्ट्र गान गाकर किसानों ने आंदोलन शुरू किया। किसान मंच में स्कूली बच्चों ने सुस्वागतम् गीत के माध्यम से अतिथियों का स्वागत सत्कार किया। मंच में उद्बोधन समिति के सचिव कामता प्रसाद रात्रे ने कार्रवाई, तैयारी आदि की जानकारी साझा की। नई राजधानी प्रभावित किसान कल्याण समिति ने यह अपील किया कि 26 जनवरी को किसान मंच के माध्यम से तिरंगा झंडा फहराया जाएगा। इसके बाद मंच में स्कूली बच्चे रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश करेंगे
नवा रायपुर प्रभावित किसान ट्रेक्टर रैली निकालकर अपनी मांगों को लेकर आवाज बुलंद करेंगे। इसकी सूचना शासन-प्रशासन को पहले ही दे दिया जायेगा।किसान आंदोलन नई राजधानी प्रभावित किसान कल्याण समिति के तत्वावधान में लगातार विभिन्न समाजिक, किसान संगठन, छात्र संगठन, छत्तीसगढ़ सयुक्त किसान मोर्चा, छत्तीसगढ़ अभिकर्ता एवं निवेशक कल्याण, छत्तीसगढ़ क्रांति सेना रायपुर-दुर्ग संभाग, नवा रायपुर सरपंच संघ, नवा रायपुर झाडू-पोछा माली संघ,किसान व मजदूर संघ,नवा रायपुर आटो यूनियन संघ, प्रदेश सरपंच संघ,नवा रायपुर स्व सहायता महिला समूह,पूर्व जनप्रतिनिधियों, स्कूली छात्राओं का सहयोग और समर्थन प्राप्त है। किसान आंदोलन में प्रभावित लोगों के आलावा अतिथियों,दूर-दराज आफिस कार्य करने वाले करीब आठ हजार जन समुदाय को भोजनालय में भोजन खिलाया जा रहा है।
नई राजधानी प्रभावित किसान कल्याण समिति के सदस्यों ने बताया कि क्षेत्रीय विधायक और नगरीय प्रशासन मंत्री डा.शिव डहरिया ने प्रभावित गांव के सरपंचों को बातचीत के लिए सरकारी बंगले में बुलवाया था। 13 जनवरी को कई गांवों के सरपंच और कुछ पूर्व सरपंच और जिला पंचायत सदस्य उनसे मिलने पहुंचे थे। मुलाकात हुई तो मंत्री ने पूछा, यहां कैसे आना हुआ। सरपंचों ने आंदोलन स्थल पर आकर इसकी जानकारी दी तो सभी ने इसे अपमान बताया। उस दिन तय हुआ कि बिना लिखित आमंत्रण के कोई प्रतिनिधिमंडल अब अधिकारियों या मंत्रियों से मिलने नहीं जाएगा।
जनता कांग्रेस का आंदोलन को समर्थन
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ ने भी किसानों के आंदोलन को समर्थन दिया है। जकांछ के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने कहा है कि नवा रायपुर के लिए जमीन देने वाले किसानों को वह अधिकार नहीं मिला जिसका अनुबंध किया गया था। भाजपा ने 15 साल और कांग्रेस ने तीन साल राज किया लेकिन हालात नहीं बदले। सरकार में थोड़ी भी नैतिकता हाे तो किसानों की मांग पूरी करे।
किसान संगठनों का भी समर्थन
किसानों का आंदोलन तेज होने के साथ ही प्रदेश के दूसरे किसान संगठन भी नवा रायपुर में जुटने लगे हैं।नई राजधानी प्रभावित किसान कल्याण समिति, छत्तीसगढ़ किसान-मजदूर महासंघ पहले दिन से ही आंदोलन के साथ खड़े हैं। दूसरे किसान और सामाजिक संगठनों ने भी आंदोलन को अपना नैतिक समर्थन दिया है।
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