गणतंत्र दिवस परेड की सुरक्षा में पांच हजार जवानों की नजर
नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस की परेड आगामी बुधवार को राजपथ पर निकलेगी। इससे पूर्व रविवार को फुल ड्रेस रिहर्सल भी होगी। दिल्ली में आतंकी हमले को लेकर खुफिया विभाग की तरफ से अलर्ट जारी किया गया है। परेड का रूट छोटा होने के बावजूद दिल्ली पुलिस सुरक्षा को लेकर गंभीरता से काम कर रही है। यहां 5 हजार से ज्यादा सुरक्षाकर्मी एवं 500 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे सुरक्षा की दृष्टि से लगाये गए हैं।
जानकारी के अनुसार दिल्ली में आतंकी हमले को लेकर खुफिया विभाग की तरफ से अलर्ट किया गया है। कुछ ही दिन पहले गाजीपुर मंडी में आईईडी भी मिला है जिसमें तीन किलो से ज्यादा विस्फोटक था। इसलिए गणतंत्र दिवस को लेकर पुलिस सुरक्षा में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरतनी चाहती। बीते वर्ष की तरह इस बार भी परेड का रूट 8.3 किलोमीटर से कम कर 3.3 किलोमीटर कर दिया गया है। लेकिन सुरक्षा का पहरा पहले से भी ज्यादा होगा। परेड में इस बार जहां 6 से 7 हजार लोग शामिल होंगे तो वहीं पूरे रूट पर 5 हजार से ज्यादा पुलिस के जवान तैनात रहेंगे। पुलिस के अलावा अर्धसैनिक बल के जवान भी यहां सुरक्षा में तैनात रहेंगे।पुलिस सूत्रों ने बताया कि पूरे परेड रूट पर 500 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। कंट्रोल रूम के जरिये इन कैमरों से निगरानी की जा रही है। राजपथ के दोनों तरफ सुरक्षाकर्मी तैनात हो चुके हैं। परेड रूट भले ही नेशनल स्टेडियम पर समाप्त होगी लेकिन झांकियां लाल किले तक जाएगी. इसलिए वहां तक सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए जाएंगे। इसके लिए नई दिल्ली, मध्य दिल्ली एवं उत्तरी जिला पुलिस तालमेल के साथ काम करेगी। परेड रूट पर पुलिस के अलावा कमांडो एवं शूटर भी तैनात होंगे। हवाई हमले को ध्यान में रखते हुए यहां पहले ही ड्रोन सहित अन्य वस्तुओं के उड़ाने पर रोक लगा दी गई है। ऐसे हमलों से निपटने के लिए अत्याधुनिक हथियार भी यहां तैनात रहेंगे।पुलिस के अनुसार सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ना केवल राजपथ के आसपास बल्कि दिल्ली के अन्य इलाकों में भी पुलिस लगातार गश्त कर रही है। खासतौर से बाजारों में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। दिल्ली के तमाम होटलों और गेस्ट हाउस में चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। किरायेदारों का सत्यापन किया जा रहा है ताकि कोई संदिग्ध व्यक्ति मकान में या होटल- गेस्ट हाउस में ना छुपा हो। लोगों को भी लगातार जागरूक किया जा रहा है ताकि किसी भी प्रकार की संदिग्ध वस्तु या व्यक्ति की जानकारी वह तुरंत पुलिस को दें।