मिलिए मुरादाबाद के अभिनव से, छोटी उम्र में किया ऐसा बड़ा सलाम, पीएम मोदी ने दिया बाल पुरस्कार
मुरादाबाद। मुरादाबाद जिले की ठाकुरद्वारा तहसील स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में 12वीं पास कर चुके अभिनव चौधरी को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार मिला है। इन्होंने समाज सेवा के क्षेत्र में गरीब परिवारों के बच्चों को 10 हजार पुस्तकें निश्शुल्क उपलब्ध कराई थीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्चुअल तरीके से बाल पुरस्कार दिया गया है।
ठाकुरद्वारा गांव के बरखेड़ा-बसंतपुर दया नाथपुर निवासी किसान जगबीर सिंह के पुत्र अभिनव चौधरी इन दिनों बंगलुरु में आइआइटी की तैयारी कर रहे हैं। अभिनव ने इसके लिए www.cruisebuybooks.in वेबसाइट तैयार की थी। जिसका उद्देश्य इस वेबसाइट के जरिए यह था कि गरीब परिवारों के बच्चों को इस साइट के माध्यम से निशुल्क किताबें उपलब्ध हो सकें। एक सामाजिक संगठन के रूप में यह वेबसाइट प्रसिद्ध हुई और ऐसे बच्चे और अभिभावकों ने वेबसाइट के जरिए अपने किताबों का ब्यौरा दिया।
इन किताबों के ब्यौरा के आधार पर जरूरतमंद छात्र छात्राओं ने किताबों को होम डिलीवरी के माध्यम से मंगाया। अभिनव को पिछले साल ई- सहेली विकसित करने के लिए एनईजीडी (राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस डिवीजन) इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा आयोजित आईडिया फॉर इंडिया चैलेंज में एक क्रिएशन चैंपियन अवार्ड से सम्मानित किया गया था और उनके काम की आईडी द्वारा भी सराहना की गई थी अभिनव का लक्ष्य विश्व स्तर पर निशुल्क गुणवत्तापूर्ण किताबें उपलब्ध कराने में सहयोग करना है। नवोदय विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ संतोष गौड़ ने बताया कि अभिनव चौधरी को बाल पुरस्कार आनलाइन तरीके से मिला है। अभिनव बंगलुरु में आईआईटी की तैयारी कर रहे हैं। इस उपलब्धि से अभिनव के परिवार, प्रधानाचार्य और शिक्षकों ने खुशी जताई है।
मुरादाबाद ब्लाक छजलैट के रहने वाले अभिनव भी उन राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित होने वालों में से एक हैं जिनसे प्रधानमंत्री ने संवाद किया। अभिनव वर्तमान में बेंगलुरु में आइआइटी की तैयारी कर रहे हैं। इस कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए अभिनव के पिता जगवीर सिंह परिवार के सदस्यों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे। प्रधानमंत्री से होने वाले वर्चुअल संवाद में वे एनआईसी के जरिए इसमें शामिल हुए। बाल संरक्षण अधिकारी शिवांगी शर्मा ने बताया कि पुरानी किताबों की मदद से गरीब बच्चों को पढ़ाई में मदद संग कई काम में मदद करने पर उनका चयन किया गया।
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