देश भर में महिलाओं ने दिया उगते सूर्य को अर्घ्य
मोतिहारी। छठ पूजा 31 अक्टूबर सोमवार को सूर्योदय के साथ बड़ी ही धूमधाम से संपन्न हुआ । देश के कोने-कोने में नदियों, तालाबों, से लेकर घरों के अहाते में और छतों पर बने कृत्रिम जलाशयों तक के आसपास छठ पर्व करने वाले व्रतियों समेत तमामलोगों की भीड़ उमड़ी हुई थी | आज उगते सूरज को अर्घ्य देने के लिए तमाम लोग जलाशयों के किनारे, नदियों के तट पर जमा हुए हैं. छठ पूजा वास्तव में भारत की विविधता भरी संस्कृति की उस प्राचीन सामाजिक परंपरा का हिस्सा है जिसकी गूंज अब देश ही नहीं विदेशों में भी है. दुनिया के कोने-कोने में जहां-जहां हिन्दुस्तानी लोग हैं. वहां छठ पूजा धूम धाम से मनाई गई | पूजा का प्रारंभ दो दिन पूर्व नहाय खाय से होता है, फिर पंचमी को लोहंडा और खरना होता है. उसके बाद षष्ठी तिथि को छठ पूजा होती है, जिसमें सूर्य देव को शाम का अर्घ्य अर्पित किया जाता है. इसके बाद अगले दिन सप्तमी को सूर्योदय के समय उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देते हैं और फिर पारण करके व्रत पूरा किया जाता है. तिथि के अनुसार, छठ पूजा 4 दिनों की होती है. इस दौरान व्रतधारी लगातार 36 घंटे का व्रत रखते हैं. व्रत के दौरान वह पानी भी ग्रहण नहीं करते हैं. यह व्रत संतान प्राप्ति के साथ-साथ परिवार की सुख-समृद्धि के लिए भी रखा जाता है. छठ पूजा के दौरान बहुत ही विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है.। वहीं सारण जिला के डेरनी बाज़ार स्थित लोहछा पुल स्थित छठ घाट पर बड़ी ही धूम धाम से छठ पूजा मनाया गया। मौके पर मनोज साह, भूषण, गुड्डू, श्याम, राजेन्द्र प्रसाद, महेश उर्फ मुन्ना कुमार, अरमान आर्यन, मनीष कुमार, सचिन कुमार, अंशु कुमार, गौरव, सौरभ, यश, साहिल, सुनीता देवी, रीता देवी, निक्की, नेहा, श्रृष्टि, शिखा आदि छठ व्रती उपस्थित थे। उक्त आशय की जानकारी राजेन्द्र प्रसाद ने दी।