10 महीने से नदी-नालों में शव ढूंढ रही पुलिस, अय्याशी के फोटो आए सामने
खंडवा: जुनैद ने कुछ माह पहले हवाई सफर करते फोटो शेयर किया था।10 महीने से जिसे सब लोग मरा समझ रहे थे, उस शख्स के जिंदा होने के सबूत मिले है। खंडवा के जुनैद ने कर्ज से परेशान होकर नर्मदा नदी के पुल से जो वीडियो बनाकर शेयर किया था, असल में वह सुसाइड का ड्रामा साबित हुआ। जो लोग उसकी बातों में आकर ठगी का शिकार हुए और उसे करोड़ों रुपए का कर्ज दिया, उन्हीं लोगों ने उसके जिंदा होने के सबूत जुटाएं और पुलिस को दिए। होटल में अय्याशी करते फोटो और हवाई यात्रा के टिकट देखकर खंडवा एसपी ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। खंंडवा के घासपुरा निवासी शेख जुनैद ने कई मध्यवर्गीय लोगों को रुपए दोगुना करके देने का लालच देकर करोड़ों रुपए की ठगी कर ली। सुसाइड का ड्रामा करके उसने जो वीडियो शेयर किया था उसमें 5 करोड़ रुपए के कर्ज का जिक्र था। वह वीडियो में रो-रोककर कह रहा था कि उसे समय देते तो वह कर्ज चुका देता, सब लोगों के पैसे दे देता। लेकिन मेरे घर पर आकर मुझे परेशान कर दिया। बता दें कि शेख अपने घर से 27 जनवरी को कार लेकर निकला था। इंदौर-इच्छापुर हाईवे पर सनावद से आगे नर्मदा नदी पर बने एक्वाडक्ट पुल पर उसकी कार मिली थी। कुछ देर बाद उसका वीडियो सामने आया और पता चला कि उसने नर्मदा में कूदकर सुसाइड कर लिया है।घर में मातम की बजाय खुशियां थी, इससे हुआ शकजुनैद के लापता होने के बाद उसके घासपुरा स्थित घर पर मेहमानों की आवाजाही शुरु हो गई थी। उन मेहमानों के लिए शहर के नामी हाेटलों से खाना आर्डर कर बुलाया जाता है। परिवार का हर सदस्य खुशमिजाज था, यानी मातम की बजाय खुशियां मन रही थी। क्योंकि, जो करोड़ों रुपए का कर्ज था, वह एक नौटंंकी के कारण जैसे माफ हो गया। परिवार वाले तो यहीं समझ रहे थे। हालांकि, उसे रुपए देने वाले लोगों को तभी शक हो गया तो पुलिस के कानों तक खबर पहुंच गई थी। समय रहते पुलिस ने भी एक्शन नहीं लिया।रायपुर की बड़ी में पार्टी करते दिखा जुनैद।सायबर सेल पड़ताल में जुटी, पुलिस दे चुकी दबिशमोरटक्का चौकी प्रभारी राजेंद्र सयदे के अनुसार जुनैद का शरीर नहीं मिला है। अभी तक यही बात सामने आई कि उसने मौत का नाटक किया। इन दस महीनों में जुनैद के इंदौर, रायपुर और बांबे तक होने की सूचना मिली थी। पुलिस ने जब-जब उन लोकेशन पर दबिश दी तो वह भाग निकला। जुनैद बार-बार ठिकाने बदल लेता है। उसने वन विभाग की लकड़ियाें के केके के नाम पर करीब 150 लोगों से 5 करोड़ रुपए उधार लिए। लोगों काे लालच दिया कि उनके पैसे दुगुने करके लौटाएंगे। जून महीने में हवाई यात्रा करने के साथ रायपुर की बड़ी होटल में पार्टी करते दिखा।1 लाख माह की कमाई के लालच में लोन लेकर दिए 10 लाखसनावद के शाहनवाज बेग की टेलरिंग मटेरियल की दुकान है। उन्होंने बताया कि मैं परिचित के माध्यम से जुबेर से मिला था। वह दावा करता था कि मैं वन विभाग से जुड़ा हूं। तुम मुझे दस लाख रुपए दोगे तो कमीशन के प्रतिमाह एक लाख रुपए तुम्हें मिलेंगे। मैंने प्राइवेट बैंक से दस लाख लोन लेकर जुनैद को दे दिया। उसने ग्यारंटी के तौर पर मुझे 10 लाख का चेक भी दे दिया। उसे बैंक में लगाया तो पता चला कि जुनैद के खाते में 250 रुपए ही है। अब लोन की 18 हजार रुपए महीने की किश्त आ रही है, जिसे भर रहा हूं।ठगी का शिकार लोगों ने पुलिस शेयर किए फोटो।फॉरेस्ट में नौकरी थी, लोगों को लालच देकर लिए थे रुपएजुनैद के पिता शेख फरीद वन विभाग में पदस्थ थे। लकवाग्रस्त होने से जुनैद को नौकरी मिली थी। जुनैद इससे पहले प्रॉपर्टी खरीदी-बिक्री का काम करता था। कोरोनाकाल में कारोबार ठप हो गया। इसी बिजनेस के पीछे उसने करीब 150 लोगों से 5 करोड़ रुपए उधार ले लिए। लोगों से उधारी लेने के लिए उसने रुपए डबल करने का लालच दे रखा था।डेड बॉडी महू में दफना देना, बच्चों का ध्यान रखनाजुनैद ने VIDEO जारी करके कहा था कि जितने भी लोगों को मेरे से पैसे लेना था, वो मुझे समय देते तो मैं पैसे दे देता। मुझे जितनी जिंदगी जीना थी, जी ली। अल्लाह ने नसीब में जो लिखा था, वो हो रहा है। मैं मेरे घरवालों से माफी चाहता हूं। मेरे पास कोई रास्ता नहीं है। लोग मुझे बहुत परेशान कर रहे थे। इसलिए ऐसा कर रहा हूं। मेरे बच्चों का ध्यान रखना। मेरी डेड बॉडी मिलने के बाद मुझे महू में दफना देना और मेरे बच्चों का ध्यान रखना।
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