ब्रेकिंग
अडानी से लेकर मणिपुर तक… कांग्रेस ने बताया किन मुद्दों को संसद सत्र में उठाएगी जंगल से मिला लड़के का शव…रेत दिया गया था गला, पुलिस ने दो दोस्तों से की पूछताछ, एक ने लगा ली फांसी महाराष्ट्र में प्रचंड जीत के बाद सरकार बनाने की तैयारी तेज, BJP-शिवसेना-NCP की अलग-अलग बैठकें पत्थर तो चलेंगे… संभल बवाल पर बोले रामगोपाल यादव, अखिलेश ने कहा- सरकार ने जानबूझकर कराया पाकिस्तान से जंग में तीन बंकरों को कर दिया था नेस्तनाबूद , कहानी गाजीपुर के राम उग्रह पांडेय की झारखंड: जिस पार्टी का जीता सिर्फ एक विधायक, उसने भी बोला दे दूंगा इस्तीफा गाजियाबाद: डासना मंदिर के बाहर फोर्स तैनात, यति नरसिंहानंद को दिल्ली जाने से रोका, ये है वजह गूगल मैप ने दिया ‘धोखा’… दिखाया गलत रास्ता, पुल से नदी में गिरी कार, 3 की मौत 30 लाख की नौकरी छोड़ी, UPSC क्रैक कर बने IPS, जानें कौन हैं संभल के SP कृष्ण कुमार बिश्नोई? संभल: मस्जिद के सर्वे को लेकर 1 घंटे तक तांडव… फूंक दीं 7 गाड़ियां, 3 की मौत; बवाल की कहानी

महानगर मुंबई में खसरे से हुई 12 वीं मौत 

मुंबई ।  महानगर मुंबई में खसरे के कारण एक आठ माह के बच्‍चे की मौत हो गई है। खसरे के कारण इस वर्ष शहर में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है। बता दें मुंबई में मंगलवार को खसरे के 20 नए मामलों की पुष्टि हुई थी वहीं इसके कारण कल एक साल के बच्‍चे की मौत हुई थी। बृहन्‍नमुंबई महानगर पालिका के अनुसार इस वर्ष 1 जनवरी से मुंबई में अब तक 200 से अधिक लोग इस बीमारी से संक्रमित हुए हैं। बीएमसी की ओर से कहा गया है कि खसरे के प्रकोप के चलते सभी नागरिकों से अपील की गई है कि वे नौ माह से 5 साल तक के बच्‍चों का वैक्‍सीनेशन कराएं।
भिवंडी ठाणे का 8 महीने के आंशिक रूप से इम्युनाइज्ड बच्चे को खसरा होने का संदेह था। उसकी इलाज के दौरान मुंबई के एक सरकारी अस्पताल में मौत हो गई। बच्चे को बुखार आया और पूरे शरीर में दाने निकल आए। उसे सांस लेने में परेशानी होने पर बीएमसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कई उपायों के बावजूद बच्चे को बचाया नहीं जा सका। कल रात में 9:15 बजे उसे मृत घोषित कर दिया गया। पोस्टमार्टम के बाद मौत के कारणों का पता चलेगा।
मुंबई शहर के 24 वार्डों में से 10 में करीब 21 स्थानों पर खसरा फैलने की सूचना मिली है। वर्तमान में मुंबई में आठ अस्पतालों में इस बीमारी का इलाज चल रहा है।
ऐहतियात के तौर पर अंधेरी के सेवनहिल्‍स अस्‍पताल के 120 बेड्स को खसरे के मरीजों के लिए रिजर्व रखा गया है इसमें 100 ऑक्‍सीजन बेड 10 वेंटीलेटर और 10 आईसीयू बेड्स शामिल हैं। पिछले दो वर्षों से यह अस्‍पताल कोविड-19 अस्‍पताल के तौर पर संचालित हो रही थी।
केंद्र का कहना है कि बिहार गुजरात हरियाणा झारखंड केरल और महाराष्ट्र के कुछ जिलों से खसरे के मामलों में वृद्धि सार्वजनिक स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से खास चिंता का विषय है। बचाव की तैयारियों और खसरे के प्रकोप से निपटने के लिए राज्यों को सलाह जारी की गई है।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.