प्लेसमेंट एजेंसी ने 300 लोगों को बनाया निशाना, एफआईआर
लखनऊ: पुलिस पीड़ितों की तहरीर पर मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश कर रही है।लखनऊ में कुवैत में नौकरी लगवाने का दावा करने वाली एक प्लेसमेंट एजेंसी 300 बेरोजगारों का डेढ़ करोड़ रुपये से ज्यादा पैसा लेकर भाग गई। पीड़ितों ने कंपनी के विभूतिखंड में ऑफिस में हंगामा किया। पुलिस ने एजेंसी की महिला निदेशक समेत चार लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है।खाड़ी देश में नौकरी दिलाने का करते थे दावाबिहार देवरिया निवासी वेद प्रकाश दुबे के मुताबिक उन्होंने विभूतिखंड साइबर टॉवर स्थित रेड ब्रिज कंसल्टेंट के बारे में पता चला। जो लोगों को खाड़ी देशों में नौकरी दिलवा देती है।इसके बाद एजेंसी की निदेशक मानसी शुक्ला से सम्पर्क किया। जिन्होंने बताया कि कुवैत की कम्पनियों को भारतीय मजदूरों की जरूरत है।वेद प्रकाश के अनुसार वेल्डर का काम दिलाने की बात मानसी ने कही थी। उनकी तरह ही कई अन्य युवक भी एजेंसी के दफ्तर आए थे।सभी से वीजा और मेडिकल चेकअप के लिए 47 हजार रुपये जमा कराए गए। वेद प्रकाश के अनुसार करीब तीन सौ लोगों से डेढ़ करोड़ रुपये आरोपियों ने लिए थे।इस दौरान कंपनी में मानसी के साथ गुरुप्रीत सिंह, शारदा और अंजली आदि में भी मौजूद थे।वर्किंग की जगह टूरिस्ट वीजा दे दियावेद ने बताया एजेंसी की तरफ से रुपये लेने के बाद सभी को वीजा दिया गया। जांच कराने पर वर्किंग की जगह कुवैत का टूरिस्ट वीजा दे दिया।इसके सभी लोग एजेंसी के दफ्तर पहुंचे। जहां ताला लटकता मिला। पूछताछ करने पर जानकारी मिली की मानसी शुक्ला और उसके साथी कई दिन पहले ही दफ्तर बंद कर चले गए थे।इंस्पेक्टर विभूतिखंड उदय राज निषाद के मुताबिक पीड़ितों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
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