1100 टन डीएपी का रैक पहुंचा, जिले में अभी 50 हजार एकड़ में गेहूं की बिजाई शेष
भिवानी: जिले में अब किसानाें काे गेहूं की बिजाई के दाैरान डीएपी की किल्लत का सामना नहीं करना पड़ेगा। बुधवार काे भिवानी में डीएपी का रैक लगा है, जिसमें 1100 टन खाद पहुंची है। जिले में सरसाें बिजाई का कार्य पूरा हाे चुका है तथा दाे लाख से ज्यादा एकड़ भूमि में गेहूं की बिजाई का कार्य हाे चुका है। जबकि लगभग 50 हजार एकड़ भूमि में गेहूं की बिजाई का कार्य शेष है। जिला में रबी सीजन में सरसों व गेहूं मुख्य फसल है। पूर्व में सरसाें बिजाई के दाैरान किसानाें के सामने डीएपी की किल्लत बनी हुई थी।इसके कारण किसानाें काे काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था। सरसाें की बिजाई का कार्य पूरा हाे चुका है। जिले में इस बार तीन लाख 51 हजार 425 एकड़ में सरसों की बिजाई हुई है। जबकि गेहूं की बिजाई चल रही है। अभी तक दाे लाख 11 हजार 250 एकड़ भूमि में गेहूं की बिजाई हाे चुकी है तथा लगभग 50 हजार एकड़ भूमि में शेष है। लगभग दस दिन से सरकारी खाद-बीज केंद्राें पर डीएपी खाद खत्म हाे चुकी थी तथा प्राइवेट खाद-बीज विक्रेता किसानाें काे बीज के साथ ही खाद उपलब्ध करवा रहे थे। इसके कारण किसानाें काे खाद के लिए परेशानी उठानी पड़ रही थी लेकिन बुधवार काे डीएपी का रैक लगने से किसानाें काे अब डीएपी के लिए प्राइवेट दुकानदाराें के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।अभी तक 17 हजार टन डीएपी की जा चुकी वितरितइस बार रबी सीजन में प्रशासन की तरफ से किसानों को 17000 टन डीएपी वितरित की जा चुकी है। जबकि कुल 18000 टन डीएपी जिले काे उपलब्ध हो चुकी है। विभाग के पास अभी छह हजार टन यूरिया का स्टॉक उपलब्ध है। जबकि एक लाख 35 हजार टन यूरिया किसानों में वितरित की जा चुकी है।ये कहना है अधिकारी काकृषि उप निदेशक डॉ. आत्मा राम गोदारा ने बताया कि किसानों के लिए डीएपी खाद वितरित की जा रही है और जिला में खाद की कोई कमी नहीं है। केंद्र सरकार के निर्णयानुसार किसानों को पीओएस मशीन के माध्यम से खाद वितरित की जा रही है।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.