मध्य प्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा का तीसरा दिन, राहुल गांधी ने पूजा के बाद की नर्मदा आरती
खरगोन। राहुल गांधी कि भारत जोड़ो यात्रा का आज मध्य प्रदेश में तीसरा दिन है। गुरुवार रात ग्राम खेरदा में रात्रि विश्राम के बाद अपने अगले पड़ाव भानभरड़ की ओर निकली। यहां दोपहर को पहुंची और विश्राम किया। यहां से यात्रा दोपहर 3.30 बजे फिर से शुरू हो गई। इसके पहले विश्राम स्थल पर कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेता पहुंच चुके थे। मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद है।भारत जोड़ो यात्रा के आगे बैंड चल रहा है । विश्राम के बाद यात्रा बांसवा गांव पहुंची। यात्रा को देखने के लिए ग्रामीण और महिलाएं घर की छत पर खड़े नजर आए। ओंकारेश्वर में आरती से पहले राहुल गांधी ने नर्मदा का पूजन किया। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ओंकारेश्वर के ब्रम्हपुरी घाट पर मां नर्मदा की आरती करेंगे। इसके लिए घाट पर कालीन बिछाने के साथ ही आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था की गई है। नर्मदा आरती के बाद वे ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में दर्शनार्थ पहुंचेंगे। ब्रम्हपुरी घाट पर कड़ी सुरक्षा जांच के बाद पंडित, पुजारी, कांग्रेस नेता और अन्य सूचीबद्ध लोगों को कड़ी जांच के बाद एसपीजी द्वारा प्रवेश दिया जा रहा है। ब्रम्हपुरी घाट पर राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा को नर्मदा पूजन और आरती पांच पंडितों द्वारा करवाई जाएगी। मां नर्मदा की आरती के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। आरती कराने के लिए पंडितों का पूरा समूह भी तैयार है। ओंकारेश्वर में राहुल गांधी की यात्रा को देखते हुए ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर पर आकर्षक रोशनी के साथ ही ओंकारेश्वर बांध पर तिरंगा रोशनी की गई है। सुरक्षा की दृष्टि से ब्रम्हपुरी घाट पर आम लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित करने के साथ ही सभी घाट को खाली करवा दिया गया है। राहुल गांधी की यात्रा में शामिल होने के लिए योगेंद्र यादव के साथ ही पूर्व ओलिंपियन मुक्केबाज विजेंदर सिंह भी पहुंचे हैं। विजेंदर ओलंपिक की मुक्केबाजी स्पर्धा में पदक जीतने वाले देश के पहले खिलाड़ी हैं। विजेंदर ने 2008 के बीजिंग ओलिम्पिक में कांस्य पदक जीता था।
महाराष्ट्र से बुलाया लोक कलाकारों का दल
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा शुक्रवार को दिन के विश्राम के बाद दोपहर 3:30 बजे से भानभरड़ गांव से प्रारंभ होगी। यात्रा में शामिल होने के लिए नंदुरबार, महाराष्ट्र से लोकनृत्य कलाकारों का दल बुलवाया गया है। इसमें 400 कलाकार शामिल हैं। विश्राम स्थल पर कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.