दो दिन पहले थाना पहुंचकर जताई थी आशंका, पुलिस ने कुछ नहीं किया
ग्वालियर: जिसके बुरी तरह घायल होने के बाद भी दो दिन में पुलिस मामला दर्ज नहीं कर सकीमुरार के काशीपुरा की घटनाएक ट्रेवल्स एजेंसी के संचालक पर उसकी ही पत्नी ने अपने दोस्तों से हमला कराया है। हमलावरों ने उसे काशीपुरा में घेरकर कातिलाना हमला किया है। मुंह में ईंट, पत्थर व घूसें मारे गए हैं। जिससे पूरा चेहरा बिगड़ गया है। इतना ही नहीं घायल युवक ने हमला होने से दो दिन पहले मुरार थाना में लिखित आवेदन देकर अपने ऊपर हमले की आशंका जताई थी। धमकी दे रहे हमलावरों को नाम भी बताए थे, लेकिन पुलिस ने इस मामले में लापरवाही दिखाते हुए कोई एक्शन नहीं लिया।इसका नतीजा बदमाशों के हौसला बढ़ा और उन्होंने ट्रेवल्स एजेंसी संचालक को जमकर पीटा है। हद तब हो गई जब पुलिस ने घायल का मेडिकल कराने के बाद दो दिन बाद भी FIR दर्ज नहीं की है। पुलिस अभी जांच करने की बात कह रही है। पुलिस का कहना है कि पत्नी ने भी थाना आकर पति के खिलाफ शिकायत की है।मुरार काशीपुरा निवासी 38 वर्षीय सतेन्द्र सिंह राजपूत ट्रेवल्स एजेंसी चलाते हैं। पिछले कुछ समय से पत्नी किरन राजपूत से उनका विवाद चल रहा है। दोनों के बीच का विवाद कोर्ट में भी विचाराधीन है। यही कारण है कि दो बेटों को लेकर कुछ दिन से सतेन्द्र बड़ागांव खुरैरी अपने गांव के मकान पर रहते हैं। जो मकान काशीपुरा में उन्होंने खरीदा था उसमें सतेन्द्र की पत्नी रहती है। दोनों के बीच विवाद का कारण सतेन्द्र को अपनी अनुपस्थिति पत्नी का दोस्तों से मिलना जुलना है। सतेन्द्र ने बताया कि पिछले कुछ दिन से उसकी पत्नी के दोस्त वीनू उर्फ विकस राजपूत, कालू राजपूत, अनिल उसे फोन पर जान से मारने की धमकी दे रहे थे। लगातार धमकी मिलने और घर के आसपास पत्नी के दोस्तों की घेराबंदी के कारण सतेन्द्र छुपकर घूम रहा था। 23 नवंबर को वह काशीपुरा में अपने घर को देखने के लिए पहुंचा तो वहां पर वीनू, कालू, अनिल व दो अन्य ने उस पर हमला कर दिया। लाठी-डंडे और लात-घूसों से जमकर पीटा। कार का कांच भी तोड़ दिया। पिटते-पिटते जब वह बेहोश हो गया तो हमलावर भाग गए। घटना की शिकायत करने मुरार थाना पहुंचे तो पुलिस ने लापरवाही पूर्ण रवैया अपनाते हुए सिर्फ घायल का मेडिकल कराने के बाद अदम चैक काटकर रवाना कर दिया। पीड़ित का कहना है कि उसकी जान खतरे में हैं उस पर फिर हमला हो सकता है। हमलावर आजाद घूम रहे हैं।हमले से दो दिन पहले पुलिस को जताई थी आशंका- घायल सतेन्द्र का कहना है कि हमले से 3 दिन पहले भी हमलावर उसके घर आए थे। पर वह घर में छुप गया था। उस समय DIAL 100 को सूचना दी थी, लेकिन डायल 100 भी मौके पर नहीं पहुंची। इसके बाद अगले दिन मुरार थाना पहुंचकर सतेन्द्र ने खुद पर हमला होने की आशंका जताई थी, लेकिन पुलिस ने वहां भी कोई एक्शन नहीं लिया। जिनके नाम लिखे थे उनको थाना बुलाकर पूछताछ नहीं की। जिसका नतीजा दो दिन पहले सतेन्द्र पर कातिलाना हमला हो गया। पर हद तो तब हो गई लहूलुहान होने के बाद भी पुलिस ने अभी तक मामला दर्ज नहीं किया है।पुलिस का कहना- इस मामले में थाना प्रभारी मुरार शैलेन्द्र भार्गव का कहना है कि क्या मामला है अभी दिखवा रहे हैं। घायल की पत्नी भी अपने भाई के साथ आई थी और मारपीट की शिकायत की है। जांच करवा रहे हैं।
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