बढ़ गया रेट. ईंट, गिट्टी, सीमेंट, बालू, सरिया का नया भाव मार्केट में जारी. घर बनवाने वालों के लिए ज़रूरी अपडेट
– सरिया, रेत में तपन, सीमेंट से आई थोड़ी ठंडक
-रेत, गिट्टी, ईंट में 20 फीसदी की तेजी, मकान बनाना हुआ महंगा
-25 फीसदी तक बढ़ गयी निर्माण लागत
अगर आप अपना घर बनवाने का सोच रहे है तो ये आपके लिए जरूरी खबर है। घर बनवाने के सामान में तेजी जारी है। इसका असर मकानों सहित अन्य कंस्ट्रक्शन वर्क्स में पड़ रहा है। लागत बढ़ती जा रही है। इस साल जनवरी से अब तक की कीमतों का आकंलन करने पर पता चलता है कि रेत, ईंट, गिट्टी, सरिया के भाव में 15 से 20 प्रतिशत तक की तेजी आ गई है। कारोबारी इसका कारण कच्चे माल और मालभाड़ा में तेजी बता रहे हैं। सबसे ज्यादा तेजी सरिया में आई है। साल की शुरुआत में सरिया जहां 5900 रुपए प्रति क्विंटल चल रहा था, उसके भाव इस समय 6500 रुपए के आसपास चल रहे हैं। इसी प्रकार रेत में 5 रुपए प्रति घनफीट की तेजी आई है। इन सबके बावजूद सीमेंट के दामों ने आम आदमी को थोड़ी राहत दी है। तुलनात्मक रूप से जनवरी से अब तक 10 रुपए प्रति बैग सीमेंट सस्ती हो गई है।
Building Material new rates. भवन निर्माण सामग्रियों के भाव में एक बार फिर तेजी देखी जा रही है. इसका असर मकानों सहित अन्य कंस्ट्रक्शन निर्माण में पड़ रहा है. लागत बढ़ती जा रही है.
पिछले दो माह में ईंट, गिट्टी, सीमेंट के भाव में 15 से 20 प्रतिशत तक की तेजी आयी है. दो माह पहले ईंट जहां 16-18 हजार रुपये (1500 पीस) में मिल रही थी, इस वक्त इसका भाव 18-20 हजार रुपये के बीच चल रहा.
इसी तरह गिट्टी की कीमत 9000- 9500 रुपये (110 फुट) से बढ़ कर में 11 से 12 हजार रुपये हो गयी है. सीमेंट के दाम एक माह के अंदर 20 से 30 रुपये प्रति बोरी बढ़ गयी है. जो सीमेंट 400 रुपये प्रति बोरी बिक रही थी, उसकी कीमत 430 रुपये तक हो गयी है.
चार माह में फ्लाइ ऐश ईंटों के दाम बढ़े
बिहार फ्लाइ एश ब्रिक इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के महासचिव विकास कुमार सिंह ने बताया कि जो फ्लाइ एश 10 इंच ईंट 8.50 रुपये से लेकर 9.50 रुपये तक बिकती थी, वह आज 9.50 रुपये से लेकर 10.50 रुपये प्रति ईंट की दर से बिक रही है. उन्होंने बताया कि कीमत बढ़ने का मुख्य कारण फ्लाई एश एनटीपीसी से अधिसूचना के आधार पर ईंट निर्माताओं को मुफ्त में दिया जाता था, वह आज के दिनों में दाम लेकर उपलब्ब्ध कराया जा रहा है.
सरिया व बालू की कीमतों में 20 फीसदी तक की कमी
वहीं, राहत वाली बात यह है कि सरिया और बालू की कीमत में 20 फीसदी तक कमी आयी है. बालू की कीमत में 2000 रुपये तक की गिरावट दर्ज की गयी है. 110 फुट बालू की कीमत 8000 रुपये से घटकर 6000 से 6500 रुपये हो गया है. सरिया निर्माता संजय भरतिया ने बताया कि इस साल अप्रैल-मई के आसपास ब्रांडेड सरिया के भाव 8500 रुपये प्रति क्विंटल तक गये थे.
उस समय सरकार ने एक्सपोर्ट खोल दिया था. बाद में एक्सपोर्ट ड्यूटी वापस ले ली. इसके बाद सरिया के भाव नीचे आना शुरू हो गये. अक्टूबर में सरिया की कीमत 7500 रुपये प्रति क्विंटल तक गिर गयी थी. अभी 6500 रुपये प्रति क्विंटल है.
90 रुपए वाला ग्रेनाइट 180 रु.प्रति स्क्वायर फीट हुआ
इस साल अप्रैल-मई के आसपास सरिया के भाव रेकॉर्ड 8700 रुपए प्रति क्विंटल तक गए थे। उस समय सरकार ने एक्सपोर्ट खोल दिया था। बाद में एक्सपोर्ट ड्यूटी वापस ले ली। इसके बाद सरिया के भाव नीचे आना शुरू हो गए। लेकिन, रेत और ईंट के भाव लगातार बढ़ रहे हैं। साल के शुरू में 9 रुपए नग में बिकने वाली ईंट 11 रुपए नग बिक रही है। गिट्टी के रेट 21 से 22 रुपए पर चले गए हैं। इसी प्रकार 90 रुपए वाला ग्रेनाइट 180 रुपए प्रति स्क्वायर फीट हो गया है। 40 रुपए प्रति स्क्वायर फीट वाली टाइल्स के भाव 50 से 60 रुपए तक पहुंच गए हैं। प्लाइ वाले दरवाजे की कीमत 60 रुपए से बढकऱ 100 रुपए प्रति स्क्वायर फीट तक पहुंच गई है।
इस तरह बढ़े सामग्रियों के दाम
सामान -स्टील
जनवरी 2022- 5900 रुपए
नवंबर 2022- 6500 रुपए प्रति क्विंटल
सामान -सीमेंट
जनवरी2022- 375 रुपए
नवंबर 2022- 365 रुपए प्रति बैग
सामान -रेत
जनवरी2022- 50 रुपए
नवंबर 2022- 55 रुपए घनफीट
सामान -गिट्टी
जनवरी 2022- 1 रुपए
नवंबर 2022- 22 रुपए घनफीट
सामान -ईंट
जनवरी2022- 9 रुपए
नवंबर 2022- 11 रुपए प्रति नग
सरिया के भाव फिक्स
भोपाल में सरिया के भाव व्यापारियों ने फिक्स कर दिए हैं। इसका कारण लंबा घाटा होना बताया जा रहा है। दिवाली पर मुहूर्त सौदों में सरिया के भाव 6310 रुपए के आसपास खुले थे लेकिन अब भाव गिरकर 5750 रुपए तक आ गए हैं। मुहूर्त सौदों में छोटे-बड़े सभी कारोबारियों ने ज्यादा माल की बुकिंग इस उद्देश्य से कर दी थी कि सरिया के भाव बढ़ेगें, इसके उलट भाव कम हो गए। इसलिए राजधानी के लोहा व्यवसायियों ने 5900 से 6500 रुपए प्रति क्विंटल क्वालिटीनुसार फिक्स कर दिए हैं। सरिया की यहां आवक मुख्य रूप से रायपुर, मंडीदीप, इंदौर, जालना (महाराष्ट्र), नागपुर से होती है। स्थानीय स्तर पर कुछ रोलर मिलर्स सरिया निर्माण करते हैं।
मकानों की लागत बढ़ी
कच्चे माल की कीमतों में आ रही तेजी से निर्माण की लागत भी बढ़ती जा रही है। मकानों की कीमतें भी उसी हिसाब से बढ़ रही है। डेवलपर्स नमन अग्रवाल बताते हैं कि निर्माण के लिए लगने वाले सामान की कीमतों में तेजी से तैयार मकान, कामर्शियल प्रॉपर्टी के भाव भी बढ़ गए हैं। मोटा-मोटी रूप से 25% तक निर्माण लागत बढ़ गई है। इंदौर लोहा व्यापारी एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष सददाम जार्डन ने बताया कि सरिया वायदा में आने के बाद भावों हर समय तेजी-मंदी बनी रहती है।
बलदेव खेमानी, अध्यक्ष, लोहा व्यापारी एवं निर्माता संघ का कहना है कि इस साल अप्रैल-मई में सरिया के भाव ने अपने उच्चतम स्तर को छुआ। इसके बाद इसमें कमी आना शुरू हो गई। कीमतों में बॉटम आ गया है। अभी और करेक्शन की उम्मीद है। आमिर भाई, इंजीनियर वाला, अध्यक्ष, इंदौर, लोहा व्यापारी एसोसिएशन, इंदौर का कहना है कि इंदौर मंडी में सरिया के भाव इस समय 6200/6300 रुपए प्रति क्विंटल चल रहे हैं। हालांकि सट्टात्मक प्रवृत्ति से भावों में तेजी मंदी बनी रहती है। इम्पोर्ट फ्री होने से बाहर का माल भी आना शुरू हो गया है।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.