ब्रेकिंग
कांटे की टक्कर के बावजूद बुधनी में बची रही शिवराज की प्रतिष्ठा, पढ़िए उपचुनाव के दौरान कैसे बदले समी... फागर से छिड़काव पर कचरे में लग रही है आग न तंत्र चला न कोई मंत्र रामनिवास रावत को जनमानस ने किया हिटविकेट इंदौर-उज्जैन सिक्सलेन बनाने का काम शुरू… किनारों पर कराया जा रहा भराव, डिवाइडर से हटाए पेड़-पौधे राजगढ़ में सड़क हादसा... गियर बदलते ही अनियंत्रित होकर पलटा ऑटो रिक्शा, सास-बहू की मौत इंदौर के व्यापारी से बेस्ट प्राइस के दो कर्मियों ने की पौने पांच लाख की धोखाधड़ी, ऑर्डर का माल दूसरे... ट्रेन के सामने कूदे मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर ,रेलवे ट्रैक पर मिला शव सिंगरौली पुलिस ने अवैध कबाड़ के साथ एक कबाड़ी को पकड़ा, 2 लाख से ज्यादा का माल जब्त कैलाश मकवाना होंगे मध्य प्रदेश के नए डीजीपी, एक दिसंबर को लेंगे चार्ज नर्मदापुरम में दो पक्षों के विवाद में चली कुल्हाड़ी,जानिए क्या है पूरा मामला

जल्द बदल सकती है दिल्ली समेत आधे राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष

नई दिल्ली: भाजपा अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों और उसके बाद 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर आधे राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष बदलने की तैयारी कर चुकी है। नए प्रदेश अध्यक्षों की घोषणा इसी महीने हो सकती है। जिन राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष बदले जा सकते हैं, उनमें राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, प. बंगाल, ओडिशा, दिल्ली, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, गोवा आदि शामिल हैं।भाजपा मुख्यालय में दो दिन चलने वाली पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में इन मुद्दों पर चर्चा होगी। बैठक सोमवार को शुरू हुई। इस बैठक में कुल 8 सत्र हैं। सूत्रों के अनुसार, लगभग सभी सत्रों में चर्चा का केंद्र अगले दो साल में होने वाले चुनाव हैं। पार्टी के उपाध्यक्ष और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमण सिंह ने बताया कि सोमवार को बैठक में बूथ को और मजबूत करने की चर्चा हुई। पार्टी यह कोशिश कर रही है कि बूथ को न सिर्फ मजबूत किया जाए, बल्कि इस काम में लगे कार्यकर्ताओं को और अधिक सक्रिय रखा जाए।मोदी का संदेश- सीमावर्ती गांवों तक पहुंचें कार्यकर्तासोमवार को बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि सीमावर्ती गांवों तक पहुंच कर कार्यकर्ताओं को विभिन्न तरह की गतिविधियां चलानी चाहिए। देश में 500 सीमावर्ती गांव में पार्टी के कार्यकर्ता पहुंचकर वहां सफाई अभियान, खेल प्रतियोगिता, सेमिनार, डिबेट, फूड फेस्टिवल जैसे कार्यक्रमों का आयोजन करें। मोदी ने स्नेह मिलन कार्यक्रम चलाने का सुझाव भी दिया। इसमें देश भर के विभिन्न राज्यों के लोग देश के दूसरे राज्यों में जाकर वहां के लोगों से मिले-जुले।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.