स्कूल पहुंच मार्ग हुआ जर्जर, प्रशासन ने नहीं सुनी तो तगारी-फावड़ा लेकर सड़क पर उतरे शिक्षक
सागर: सागर में स्कूल आने-जाने वाला मार्ग खस्ताहाल होने से बच्चों को खतरा और रोजाना आवागमन में परेशानियों से तंग आकर स्कूल के शिक्षक और शिक्षिकाएं हाथों में तगारी और फावड़ा लेकर सड़क पर उतर आए। उन्होंने सड़क के जानलेवा गड्ढों को भरा। शिक्षकों ने कहा कि प्रशासन से कई बार शिकायत कर सड़क की मरम्मत कराने की मांग की। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। मजबूरन पढ़ाई-लिखाई का काम छोड़कर सड़क के गड्ढे भरने के लिए तगारी और फावड़ा उठाना पड़ा। ताकि स्कूल आने वाले बच्चे सुरक्षित रहें।दरअसल, भैंसा पहाड़ी से राष्ट्रीय राजमार्ग 44 तक करीब 5 किलोमीटर तक की सड़क लगभग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। इस मार्ग पर गढ़पहरा का प्रसिद्ध मंदिर और सरकारी, निजी विद्यालय स्थित हैं। महार रेजिमेंट पब्लिक स्कूल के एक हजार से अधिक विद्यार्थी और शिक्षक-शिक्षिकाएं इसी मार्ग से रोजाना आवागमन करते हैं। सड़क जर्जर होने और जानलेवा गड्ढे होने से हमेशा दुर्घटना का खतरा रहता है। साथ ही धूल से परेशान होते हैं। शिक्षकों ने सड़क की मरम्मत के लिए प्रशासन को पत्र लिखा। साथ ही शिक्षक और अभिभावकों ने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।सुनवाई नहीं हुई तो टीचर्स ने भरे गड्ढेप्रशासन ने समस्या का समाधान नहीं कराया और रोजाना की परेशानियों के कारण सोमवार को महार रेजिमेंट पब्लिक स्कूल के शिक्षक और शिक्षिकाएं हाथों में तगारी और फावड़ा लेकर सड़क पर आ गए। उन्होंने मटेरियल की व्यवस्था की। जिसके बाद ग्राम कुराड़ी में सड़क पर बने गड्ढों को भरा। इस दौरान स्कूल के प्रधानाचार्य कपिल देव शुक्ला समेत अन्य शिक्षक मौजूद रहे। मौके पर मौजूद शिक्षकों ने बताया कि सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की थी। वहां से जवाब मिला है कि आपकी समस्या का समाधान कर दिया गया है। लेकिन सड़क पर कोई काम नहीं किया गया है।
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