गुजरात में कांग्रेस को सत्ता तो मिली नहीं नेता प्रतिपक्ष का पद भी नहीं मिलेगा
अहमदाबाद | गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा ने रिकार्ड जीत दर्ज की है| वहीं कांग्रेस की अब तक सबसे बड़ी हार हुई है| कांग्रेस 125 सीटों के साथ गुजरात में सरकार बनाने का दावा कर रही थी| लेकिन कांग्रेस का दावा धरा का धरा रह गया है| कांग्रेस को गुजरात की सत्ता मिलना दूर अब नेता प्रतिपक्ष का पद मिलना भी मुश्किल हो चला है| गुजरात चुनाव में कांग्रेस सबसे निराशाजनक प्रदर्शन रहा है और 20 का आंकड़ा भी छू नहीं पाई| 182 सीटों गुजरात विधानसभा में कांग्रेस ने केवल 17 सीटों पर जीत हासिल की है| गौरतलब है नेता प्रतिपक्ष का पद पाने के लिए किसी भी विपक्षी दल को सदन की कुल सदस्य संख्या की कम से कम 10 प्रतिशत सीटों पर जीतना जरूरी होता है| गुजरात विधानसभा के मामले में यह संख्या 19 होती है और कांग्रेस ने चुनाव में केवल 17 सीटें जीती हैं| ऐसे में गुजरात विधानसभा में कांग्रेस को नेता प्रतिपक्ष का पद मिलना मुश्किल है| नेता प्रतिपक्ष को कैबिनेट मंत्री का रैंक तथा उससे जुड़ी सुविधाएं भी दी जाती हैं जो अब शायद कांग्रेस विधायक दल के नेता को नहीं मिल सकेंगी अगर उन्हें नेता प्रतिपक्ष का दर्जा नहीं दिया गया| इसके अलावा नेता प्रतिपक्ष को विधानसभा में सबसे आगे बैठने की जगह आवंटित की जाती है और साथ ही विधानसभा में कमरा तथा अन्य सुविधाएं भी मिलती हैं|
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.