फाइलेरिया उन्मूलन को जिले में सर्वजन दवा सेवन अभियान 10 फरवरी से
– डीईसी एवं अल्बेंडाजोल की गोलियां खिलाई जायेंगी
– आशा व स्वास्थ्य कर्मियों की निगरानी में खिलाई जाएगी दवा
– गर्भवती महिलाएं, अति गम्भीर बीमार और दो साल से कम उम्र के बच्चे नहीं खायेंगे दवा
मोतिहारी: फाइलेरिया के उन्मूलन के लिए सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) अभियान की शुरुआत आगामी फरवरी माह की दस तारीख को किया जाएगा। सीएस डॉ अंजनी कुमार ने बताया कि फाइलेरिया जैसी गम्भीर बीमारी से जिले के लोगों को सुरक्षित रखने के लिए सभी प्रखंडों में प्रचार- प्रसार के साथ यह अभियान चलाई जाएगी। उन्होंने बताया कि एमडीए चक्र शुरू होने से पूर्व आशा व स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
– डीईसी एवं अल्बेंडाजोल की गोलियां खिलाई जायेंगी
जिला वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ शरत चन्द्र शर्मा ने बताया कि – अभियान के अंतर्गत डीईसी एवं अल्बेंडाजोल की गोलियां लोगों की खिलाई जायेंगी। उन्होंने बताया कि 2 से 5 वर्ष की उम्र तक के बच्चों को डीईसी की एक गोली एवं अल्बेंडाजोल की एक गोली, 6 से 14 वर्ष की आयु तक के बच्चों को डीईसी की दो गोली एवं अल्बेंडाजोल की एक गोली तथा 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को डीईसी की तीन गोली एवं अल्बेंडाजोल की एक गोली दी जाएगी। अल्बेंडाजोल का सेवन चबाकर किया जाना है। उन्होंने बताया कि आशा व स्वास्थ्य कर्मियों की निगरानी में ही लोगों को दवा खिलाई जाएगी।
– क्या होता है फाइलेरिया
भिडिसीओ सत्यनारायण उराँव, धर्मेंद्र कुमार, रविंद्र कुमार ने बताया कि – फाइलेरिया को हाथीपांव रोग के नाम से भी जाना जाता है। इसके कारण शरीर के अंगों में सूजन आ जाती है। यह क्यूलेक्स नामक मच्छर के काटने से फैलता है। आमतौर पर बचपन में होने वाला यह संक्रमण लसिका (लिम्फैटिक) प्रणाली को नुकसान पहुंचाता है। फाइलेरिया से जुड़ी विकलांगता जैसे लिफोइडिमा( पैरों में सूजन) एवं हाइड्रोसील(अंडकोश की थैली में सूजन) के कारण पीड़ित लोगों की आजीविका एवं काम करने की क्षमता प्रभावित होती है। इससे बचाव को डीईसी एवं अल्बेंडाजोल की गोलियां सरकार द्वारा समय-समय पर अभियान चलाकर नि:शुल्क खिलाई जाती है।
– गर्भवती महिलाएं, अति गम्भीर बीमार और दो साल से कम उम्र के बच्चे नहीं खायेंगे दवा
सीएस डॉ अंजनी कुमार ने बताया कि हर व्यक्ति को इन दवाओं का सेवन करना है। केवल गर्भवती महिलाएं, दो साल से कम उम्र के बच्चे एवं अति गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों को इस दवा का सेवन नहीं करना है। उन्होंने बताया कि इसके तहत दो साल से पांच साल तक के बच्चे भी फाइलेरिया की दवाओं का सेवन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि आशा व स्वास्थ्य कर्मियों की निगरानी में ही दवा का सेवन करनाअनिवार्य है।