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हरभजन सिंह ने खुद किया खुलासा, पूर्व कप्तान एम एस धौनी उनके दोस्त हैं या दुश्मन

नई दिल्ली। हरभजन सिंह ने पिछले साल इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहा था और इसके बाद उन्होंने कई ऐसे बयान जारी किए जिससे ऐसा लगने लगा था कि उनके और महेंद्र सिंह धौनी के बीच सब कुछ ठीक नहीं है और आपसी कड़वाहट है। रिटायरमेंट के बाद भज्जी ने कहा था कि वो कुछ दिन और क्रिकेट खेल सकते थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने ये भी कहा था कि टीम से बाहर किए जाने की वजह उन्होंने धौनी से पूछी थी, लेकिन उन्होंने इसका कोई जवाब नहीं दिया था और फिर उन्होंने पूछना भी छोड़ दिया था।

हरभजन सिंह द्वारा इस तरह की बातें सामने आने के बाद सबको यही लगा कि धौनी के साथ उनके संबंध कुछ ठीक नहीं है, लेकिन इस पर अब भज्जी ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। हरभजन सिंह ने न्यूज 18 के हवाले से कहा कि मुझे एम एस धौनी से किसी भी तरह की कोई शिकायत नहीं है। सच तो ये है कि इतने वर्षों से वो मेरे दोस्त रहे हैं। मुझे उस समय सरकार (बीसीसीआइ) से शिकायत है। मैं बीसीसीआइ को सरकार कहकर संबोधित करता हूं। उस समय जो टीम के चयनकर्ता थे उन्होंने अपनी भूमिका के साथ न्याय नहीं किया और टीम को कभी एकजुट नहीं होने दिया।

भज्जी ने इस बात का भी खुलासा किया कि 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में खेलने वाले खिलाड़ी फिर कभी एक साथ क्यों नहीं खेले। उन्होंने कहा कि इस पर सबकी अलग-अलग राय है, लेकिन मैं सिर्फ ये बताना चाहता था कि 2011 के बाद भी बहुत सी चीजें बेहतर हो सकती थी। सहवाग, युवराज, गौतम गंभीर और मैं एक साथ खेलकर संन्यास ले सकते थे क्योंकि वो सभी आइपीएल में खेल रहे थे। ये काफी निराश करने वाला है कि 2011 की चैंपियन टीम फिर कभी एक साथ नहीं खेली, क्यों। उनमें से सिर्फ कुछ खिलाड़ी ही 2015 वर्ल्ड कप में खेले, क्यों। आपको बता दें कि साल 2011 के बाद एम एस धौनी ने कई नए खिलाड़ियों का समर्थन किया और कई सीनियर खिलाड़ियों को उनके खराब प्रदर्शन की वजह से साइड लाइन कर दिया गया।

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