साहित्य और संस्कृति से ही किसी समाज की पहचान : प्रेम रंजन पटेल
फतुहा। फतुहा के साहित्य सांस्कृति संस्था साहित्य परिषद के तत्वधान में पटना से प्रकाशित हिंदी मासिक पत्रिका केवल सच भारत रत्न विशेषण का लोकार्पण समारोह आयोजित हुआ। फतुहा के गोविंद पुर स्थिति मां तारा उत्सव पैलेस में आयोजित इस सारस्वत उक्त समारोह में उक्त विशेषांक के बहाने हिंदी की पत्र-पत्रिकाओं की वर्तमान स्थिति पर चर्चा हुई, जिसमें मुख्य अतिथि सुप्रसिद्ध साहित्यकार रामजतन यादव ने कहा कि समाज का शैक्षिक विकास साहित्यिक के प्रचार-प्रसार पर ही निर्भर होता है, हमें अपने आने वाली पीढ़ी को मुद्रित साहित्य से जोड़ने का उप कर्म करना चाहिए। उन्होंने कहा कि केवल सच भारत रत्न विशेषांक पठनीय और संग्रहणीय है। समारोह के अध्यक्ष तथा भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने भी कहा कि साहित्य और संस्कृति समाज की बौद्धिक समृद्धि का परिचायक है। सिर्फ आर्थिक नहीं हमें अपने समाज को साहित्यिक तथा सांस्कृतिक ऊंचाई के अध्ययन की परंपरा को समृद्ध करने पर जोर दिया।
किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव यादव ने बढ़ते तकनीकी के साथ साहित्य के महत्व पर प्रकाश डाला। वरिष्ठ पत्रकार अरुण कुमार पांडे ने पढ़ने की संस्कृति को बढ़ावा देने तथा छोटी-छोटी गोष्ठियों के माध्यम से पढ़ने की परंपरा पर बल दिया। केवल सच के प्रतिनिधि डॉ लक्ष्मी नारायण पटेल, अनिल कुमार शर्मा कार्यक्रम के विशेष प्रतिनिधि शिशुपाल यादव आदि ने अपने विचार रखे कार्यक्रम का संचालन भास्कर लाल पटवा ने किया। इस अवसर पर प्रोफेसर विमल कुमार, केशव कांत ,अरविंद यादव, अरुण झा, सत्येंद्र पासवान, शैलेश कुमार गुप्ता, अरविंद यादव, रंजीत शाह, अरुण कुमार झा ,उदय तिवारी, शोभा पटेल, पिंकी साहू ,रूबी देवी, अनामिका पांडे, रामचंद्र प्रसाद, पूजा कुमारी, आशीष कुमार अंकुश कुमार, रेखा शर्मा आदि मौजूद थे।