अपने ही अंतर्विरोध हो से टूटने के कगार पर है महा गठबंधन सरकार
सभी मोर्चों पर विफल है बिहार सरकार : रंजन सिंह
पटना। आज लोजपा रामविलास के प्रदेश महासचिव सह प्रभारी मुजफ्फरपुर रंजन सिंह से बिहार के मौजूदा स्थिति पर पत्रकारों के साथ चर्चा हुई उन्होंने कहा कि बिहार में आज जिस तरह का हालात उत्पन्न हुआ है। शराबबंदी कानून को लेकर बिहार के सभी वर्ग के लोग इससे प्रभावित हैं। जहां एक ओर सरकार और प्रशासन की मिलीभगत से इन्हीं के शराबबंदी कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही है। पहले मुख्यमंत्री जी पंचायत स्तर तक शराब के ठेके का लाइसेंस बांट कर लोगों को शराब पीना सिखाया अब शराब बंदी कानून के आड़ में शराब की होम डिलीवरी करवा रहे हैं, जिसका असर आए दिन सड़क दुर्घटना में लोगों को जान गवा कर चुकानी पड़ती है। हाल ही में हाजीपुर महनार रोड पर 16 लोग एक बेकाबू ट्रक के शिकार हो गए जिसमें से कुछ लोगों ने अपनी जान गवा दी और कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है। लोजपा रामविलास के एक 7 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल पीड़ित परिवारों से मिलकर अपना शोक व्यक्त किया और साथ ही राज्य सरकार से बीस लाख रुपए का मुआवजा और प्रत्येक मृतक परिवार को एक सरकारी नौकरी दिलवाने का मांग की है। सरकार जिस तरीके से अपने ही कानून के जाल में बिहार के आम लोगों को जान की बलि चढ़ा रहे हैं। इन्हीं के परिवहन विभाग ने जो आंकड़ा दी है उसमें बिहार देश के सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाओं में जान गंवाने वाली राज्य बन चुकी है। पिछले 1 साल में लगभग दस हजार सड़क दुर्घटना हुई जिसमें से 7205 लोगों ने अपनी जान गवा दी,इसका मुख्य कारण शराब के नशे में गाड़ी चलाना है पिछले 1 वर्ष में रोड रेज के घटनाओं से लगभग 72% लोग अपनी जान गवां चुकी है जो कि देश में अन्य राज्यों की तुलना में सबसे अधिक है प्रदेश के 12 जिले जिसमें पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, रोहतास एवं जहानाबाद सहित कई जिलों में सड़क दुर्घटनाएं की घटना में बेतहाशा वृद्धि हुई है सरकार बिल्कुल असहाय हो नजर आ रही है। कानून व्यवस्था बुरी तरह चरमरा चुकी है उन्होंने बताया की अभी हाल के दिनों में आरा में लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के नेतृत्व में हजारों लोगों का प्रदर्शन पैदल मार्च 9 दिन में 9 हत्या के खिलाफ किया और पार्टी ने जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा जिस तरीके से लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के नेतृत्व में उनके कार्यकर्ता के अलावा आम लोग सरकार के विरुद्ध में विभिन्न जिलों में आंदोलन करने के लिए तैयार हैं इससे स्पष्ट पता चलता है की सरकार के प्रति आम जनता का मोहभंग हो चुकी है। रंजन सिंह ने कहा कि अभी देख लीजिए 22 नवंबर 2021 को मुजफ्फरपुर जिले के एक आंख के अस्पताल में 65 लोग मोतियाबिंद के ऑपरेशन कराने गए थे जिसमें से लगभग 19 लोगों को अपनी आंख या तो पूर्णतः या अंशतः गवानी पड़ी जहां एक ओर प्रदेश के मुखिया आदरणीय नीतीश कुमार जी अपने मोतियाबिंद के ऑपरेशन कराने के लिए चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली जाते हैं क्योंकि उनको यहां के स्वास्थ्य व्यवस्था पर विश्वास नहीं है और यहां के संसाधन पर बिहार की जनता को छोड़ दिया है, संसाधन ऐसी जहां लोगो को अपनी मोतियाबिंद ऑपरेशन कराने में अपनी आंख गंवानी पड़ रही है इसके बावजूद सरकार के कान में जूं तक नहीं रेंगती दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई और ना ही पीड़ित परिवार को अब तक कोई मुआवजा मिला है बिहार के आम लोगों में चिराग पासवान का आस्था इस कदर बढ़ रहा है कि अब लगता है कि इन्हें युवा इनके नेतृत्व में बिहार में अगली सरकार बनाएगी और बिहार फर्स्ट और बिहारी फर्स्ट के विजन को आम लोगों तक पहुंचाई जाएगी।