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स्वामी सहजानंद सरस्वती को मिले भारत रत्न : आशुतोष कुमार

पटना। श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में भूमिहार ब्राहमण एकता मंच फाउण्डेशन के संस्थापक सह अध्यक्ष आशुतोष कुमार के नेतृत्व में किसानों के नेता स्वामी सहजानन्द सरस्वती जी की 134वीं जयंती मनाई गई। इस अवसर पर बिहार के कोने कोने से हजारों की संख्या में संगठन से जुड़े लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। बतौर अध्यक्ष आशुतोष कुमार ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि स्वामी जी का समाज किसान था जो कि सरकारों के दोहरे स्वईये के कारण आज मजदुर की श्रेणी में आ चुका है। आशुतोष कुमार ने कहा कि जिस सामंती विचारधारा के खिलाफ स्वामी जी आजीवन संघर्ष करते रहे हैं आज उसी सोच के नव सामंत और परिवारवाद की राजनिति से उपजे नेता स्वामी जी की जयंती में करोड़ रूपया खर्च कर ताम-झाम लगाकर अपनी ही पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को और स्वामी जी के समाज के लोगों को ठगने का प्रयास कर रहे है। उन्होंने कहा कि स्वामी जी ऐसे नेता थे जो जीवन पर्यंत किसानों मजदूरों की लड़ाई लड़ते रहे। भारत सरकार से हमारी मांग है कि इन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया जाये।
इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सभा को संबोधित करते हुए राजगुरू मठ के मठाधिश जगत गुरु शकराचार्य स्वामी श्री अनंतानंद सरस्वती जी ने कहा कि समाज को सामती और परिवारवादी मुखौटा वाले नेता से मुक्ति चाहिए तथा नयी सोच और युवा नेतृत्व जिनकी समाज में अपनी पैठ हो। ऐसे लोगों को आगे आने का अवसर प्रदान करने के लिए सभी राजनितिक दलों को पहल करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा केन्द्रिय नेतृत्व मुखौटा परिवारवादी चेहरा थोपने का प्रयास न करे। स्वामी जी पिछडे गरीब के नेता थे जैसा कि आज के नेतृत्व में गुण नहीं है। वहीं इस अवसर पर भागवत कथा वाचक स्वामी आचार्य लब जी. आई. एम. ए. अध्यक्ष डॉ० सहजानन्द सिंह, विधायक डॉ० संजीव सिंह, डॉ० सोनु शंकर, सुनीता मिश्रा, डॉ० निखिल चौधरी सतीश सिंह तुन्ना, पुष्कर नारायण, गौतम सिंह, उतम शर्मा, अंकित चन्द्रायण पवन कुमार बतौर अतिथि सामिल रहे वहीं हजारों की संख्या में समर्थक मौजूद रहे।

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