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वैज्ञानिक सोच अपनाये अंधविश्वास को दूर भगाये

पटना। श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र, पटना, एस०सी०ई०आर०टी०, बिहार, साइंस फाॅर सोसाइटी, बिहार एवं प्रेम यूथ फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में  राज्य स्तरीय राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का आयोजन किया गया। हर साल 28 फरवरी को देश के विकास में वैज्ञानिकों के योगदान को चिन्हित करने और इसे याद करने के लिए राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है। इसी दिन, 1928 में, भौतिकी वैज्ञानिक डॉ० सी० वी० रमन ने स्पेक्ट्रोस्कॉपी के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण खोज की जिसे बाद में ‘रमन प्रभाव’ कहा गया। इस खोज के लिए डॉ० सी० वी० रमन को 1930 में भौतिकी में प्रतिष्ठित नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया । वह यह सम्मान पाने वाले प्रथम एशियाई थे। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय विज्ञान दिवस -2023 का थीम ‘वैश्विक कल्याण हेतु वैश्विक विज्ञान’ रखा गया है। इस विज्ञान दिवस के उपलक्ष्य में केंद्र द्वारा निम्नलिखित प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया जिसमें बिहार के विभिन्न स्कूल के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। कार्यक्रम और प्रतियोगिताएं इस प्रकार हैं :-

1) मानव श्रृंखला निर्माण-

विज्ञान केंद्र, पटना द्वारा बैनर/ प्लेकार्ड के साथ एक मानव श्रृंखला का निर्माण किया गया। यह मानव श्रृंखला श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र, पटना से महाराणा प्रताप गोलंबर तक बनाया गया और पुनः अपने गंतव्य स्थान विज्ञान केंद्र, पटना तक पहुंचा। इस मानव श्रृंखला में बिहार के विभिन्न स्कूलों के लगभग 755 छात्र-छात्राओं ने और शिक्षकों ने बैनर/ प्लेकार्ड आदि के साथ भाग लिया। इस मानव श्रृंखला का निर्माण का उद्घाटन माननीय विधायक श्री नितिन नवीन सिन्हा, बांकीपुर विधान सभा क्षेत्र, श्री दीपक कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग, बिहार सरकार, श्रीमती रश्मि प्रभा, संयुक्त निदेशक, एस०सी०ई०आर०टी०, पटना, श्री अमिताभ, परियोजना समन्वयक, श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र, फाउंडेशन के संस्थापक गांधीवादी प्रेम जी,विश्वनाथ गुप्ता, शिक्षा पदाधिकारी, श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र एवं अन्य पदाधिकारियों की उपस्थिति में प्रातः हरी झंडी दिखाकर रबाना किया गया।
2) लिखित विज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता:-
केंद्र द्वारा कक्षा 11वीं के छात्र-छात्राओं के लिए एक लिखित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसका विषय था ‘सतत विकास में विज्ञान एवं गणित की भूमिका।’ इस प्रतियोगिता में बिहार के विभिन्न जिलों से चयनित छात्रों एवं पटना जिला के विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।
3) निबंध प्रतियोगिता:-
इस प्रतियोगिता में बिहार के विभिन्न जिलों से चयनित छात्रों एवं पटना जिला के विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। यह प्रतियोगिता कक्षा 9वीं के छात्र-छात्राओं के लिए आयोजित की गई जिसका विषय था ‘स्वस्थ जीवन में मोटे अनाज की उपयोगिता।’
4) भाषण प्रतियोगिता:-
इस प्रतियोगिता में बिहार के विभिन्न जिलों से चयनित छात्रों एवं पटना जिला के विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। यह प्रतियोगिता कक्षा 11वीं के छात्र-छात्राओं के लिए आयोजित की गई जिसका विषय था ‘ बिहार में वायु प्रदूषण की स्थिति एवं उसका निराकरण ।’
5) लोकप्रिय विज्ञान व्याख्यान:-
‘स्वस्थ जीवन एवं पर्यावरण’ नामक विषय पर एक लोकप्रिय विज्ञान विज्ञान आयोजन किया गया जिसके वक्ता थे- प्रो० (डा०)अशोक कुमार घोष, अध्यक्ष, बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद्। इस विज्ञान व्याख्यान में प्रोफेसर घोष ने बड़ी सरलता से यह बताया कि आये दिन चर्चा में रहने वाली पटना की प्रदूषित हवा का मुख्य कारण धूलकण है जो आसपास के जिलों में कृषिगत कार्यों के होने से पैदा होती है। उन्होंने बच्चों को यह भी सलाह दी कि प्लास्टिक के टिफिन बॉक्स और वाटर बोतल इस्तेमाल करने की जगह स्टील के बर्तन का इस्तेमाल करें जिससे कि प्लास्टिक कणों का हमारे शरीर के अंदर जाना कम हो सके। उन्होंने हमारे शरीर के लिए उपयोगी हवा और भोजन की तुलनात्मक समीक्षा की। प्रतियोगिता में सफल सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र एवं पुरुष्कार देकर सम्मानित किया गया ।

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