आर्मेनिया में छात्र की मौत, दूतावास ने शव भेजने से मना किया, परिजनों ने राष्ट्रपति से की मदद की गुहार…
आर्मेनिया | आर्मेनिया में येरेवन यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस कर रहे छात्र की मौत के बाद सहपाठियों ने भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने शव भारत भेजने को कहा तो अधिकारियों ने मना कर दिया।
आर्मेनिया में येरेवन यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस कर रहे 24 वर्षीय भारतीय छात्र मोहित जैन की विगत सात मार्च को वहीं पर मृत्यु हो गई है। विदेश में संकटग्रस्त भारतीयों की सहायता के लिए कार्य करने वाले राजस्थान राज्य बीज निगम के निदेशक बूंदी के कांग्रेस नेता चर्मेश शर्मा ने दिवंगत भारतीय छात्र को सम्मानजनक अंतिम संस्कार के लिए भारत लाने के लिए राष्ट्रपति सचिवालय में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के नाम याचिका दायर की है।
वहीं, इस विषय में राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग और विदेश मंत्रालय ने भी अधिकृत शिकायत दर्ज करवाई है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस जयशंकर, विदेश सचिव विनय क्वात्रा और आर्मेनिया में भारतीय राजदूत केडी देओल को मेल भेजकर शीघ्र कार्रवाई की मांग की है। मंदसौर मध्य प्रदेश के निवासी दिवंगत भारतीय छात्र मोहित जैन पुत्र सुनील जैन के रिश्तेदार तालेड़ा बूंदी में भी रहते हैं। छात्र के रिश्तेदारों के मदद के आग्रह के बाद शर्मा लगातार इस मामले में प्रयास कर रहे हैं।
बूंदी जिले में हैं छात्र के रिश्तेदार
उल्लेखनीय है कि मंदसौर मध्यप्रदेश के निवासी दिवंगत भारतीय छात्र के रिश्तेदार बूंदी जिले के तालेड़ा में भी रहते हैं। केवल भारतीय छात्र मोहित जैन के रिश्तेदार विपुल जैन ने ही इस विषय में विदेश में संकटग्रस्त भारतीयों की सहायता के लिए कार्य करने वाले कांग्रेस नेता चर्मेश शर्मा से संपर्क कर सहायता का आग्रह किया। विपुल जैन ने बताया कि इस घटना के बाद पूरे परिवार में शोक की लहर है।
दूतावास ने कहा एजेंट के पास जाओ
दिवंगत छात्र के सहपाठियों ने जब भारतीय दूतावास से शव भारत भेजने के लिए मदद मांगी तो दूतावास के अधिकारियों ने शव भेजने से मना कर दिया। छात्र के सहपाठी हरियाणा के सोनीपत के रहने वाले अंकुश रूहल से भारतीय दूतावास ने अपने स्तर पर प्राइवेट एजेंट के जरिए दिवंगत देह को भेजने की कार्रवाई करवाने को कहा। जिसके लिए एजेंट ने लगभग तीन हजार डॉलर सवा दो लाख रुपये से अधिक का खर्च बताया है।
दूतावास निभाए मानवीय जिम्मेदारी
राजस्थान राज्य बीज निगम के निदेशक चर्मेश शर्मा ने दूतावास द्वारा अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने को दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि किसी भी देश में भारतीय नागरिक की मृत्यु होने पर दिवंगत देह को सम्मानजनक अंतिम संस्कार के लिए पहुंचाने की जिम्मेदारी भारतीय दूतावास की होती है। हरमोनिया भारतीय दूतावास को अपनी मानवीय जिम्मेदारी निभानी चाहिए।
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