राम नाम का संकीर्तन करने से हनुमान जी होते हैं विराजमान – बाबा शिवनाथ
खगड़िया। हनुमान जन्मोत्सव के पावन अवसर पर जिला मुख्यालय के बबुआगंज मुहल्ले में स्थित श्री छट्ठू लाल जालान सेवा सदन से त्रिकालदर्शी संत श्री देवराहा शिवनाथ दास जी महाराज के नेतृत्व में गाड़ी, गाजा-बाजा,ध्वजा के साथ भव्य शोभायात्रा निकाली गई । जहां से गुजरा कारवाँ, वहां से लोग शोभायात्रा में शामिल हो गये।जगह-जगह श्रद्धालुओं की सेवा में स्टाल लगाये। वहीं जिस ओर से यह भव्य शोभायात्रा निकलती, वहाँ पर अपने-अपने छतों पर से लोग पूष्पवर्षा करते नजर आये।जिला प्रशासन खगडिया का भी इस शोभायात्रा में काफी सहयोग रहा। यह भव्य शोभायात्रा
जो बबुआगंज से शुरू होकर दाननगर, विद्याधार, प्रकाश सिनेमा रोड, सागरमल चौक, मील रोड, स्टेशन रोड, राजेन्द्र चौक ,थाना रोड, मेन रोड, लोहापट्टी के रास्ते होते हुए छट्ठुलाल सेवा सदन में आकर जनसभा में तब्दील हो गई। उस जनसभा को संबोधित करते हुए त्रिकालदर्शी संत श्री देवराहा शिवनाथ दास जी महाराज ने कहा कि ब्यापक ब्रम्ह अनिह अज।निर्गुण नाम न रुप।।भक्त हेतु नाना बिधि करत चरित अनूप।। संतश्री ने आगे कहा कि श्रीहनुमानजी भगवान राम के परम प्रिय भक्त और दास हैं। श्री हनुमान, भगवान राम के दास हैं और बल, बुद्धि के भंडार हैं और राम नाम रस के रसिक हैं। जहां राम नाम का संकीर्तन भक्त करते हैं, वहाँ हनुमानजी किसी न किसी रुप में अवश्य विराजमान रहते हैं। आज श्री हनुमान जी का हमलोग जन्मोत्सव मना रहे हैं।यह हमलोगों के लिए बडे़ ही सौभाग्य की बात है। भक्तों और श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का भी वितरण किया गया। इसके बाद संकीर्तन भजन की शुरुआत हुई।