एक भारत श्रेष्ठ भारत के युवा संगम 2 के अंतर्गत आईआईटी पटना पहुंचे तमिलनाडु के विद्यार्थियों के प्रतिनिधि मंडल का भव्य स्वागत
राज्यपाल विश्वनाथ अर्लेकर ने समारोह का किया उद्घाटन
पटना। आईआईटी पटना परिसर में एक भारत श्रेष्ठ भारत युवा संगम कार्यक्रम के दूसरे चरण के तहत तमिलनाडु से आये युवा प्रतिनियों के लिए स्वगत समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह का उद्घाटन बिहार के राज्यपाल विश्वनाथ अर्लेकर ने किया। इस अवसर पर बिहार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह तथा आईआईटी पटना के निदेशक प्रोफेसर टी एन सिंह भी उपस्थित थे। इस समारोह में आईआईटी पटना के निदेशक प्रोफेसर टी एन सिंह ने राज्यपाल को अंगवस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने सभी लोगों के साथ मिल कर आईआईटी परिसर में वृक्षारोपण भी किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ अर्लेकर ने कहा कि इस कार्यक्रम से राष्ट्री एकता को बल मिलेगा तथा भारत की संस्कृति एवं अन्य विभिन्न पहलुओं को संपूर्णता में समझने में मदद मिलेगी। तमिलनाडु के विविध उच्च शिक्षण संस्थानों के 45 विद्यार्थियों का एक प्रतिनिधि मंडल कल शाम आईआईटी पटना पहुंचा है। विद्यार्थियों का यह दौरा भारत सरकार के महत्वाकांक्षी सांस्कृतिक व शैक्षिक प्रयास ’एक भारत श्रेष्ठ भारत युवा संगम’ कार्यक्रम के दूसरे चरण के तहत हो रहा है।बिहार का नोडल इंस्टीट्यूट आईआईटी पटना है जबकि तमिलनाडु का नोडल इंस्टीट्यूट एनआईटी तिरुचिरापल्ली है। विद्यार्थियों का यह प्रतिनिधिमंडल यहां 16 मई तक रहेगा। इनके साथ पांच संकाय सदस्य भी आए हैं। इस यात्रा का उद्देश्य है दोनों राज्यों के मध्य समृद्ध सांस्कृतिक एवं पारम्परिक विनिमय तथा विचारों के आदान-प्रदान को बढ़ावा देना। इसके अतिरिक्त पर्यटन, परम्परा, प्रगति, टेक्नोलॉजी एवं परस्पर सम्पर्क भी कार्यसूची में शामिल हैं। इस यात्रा के दौरान विद्यार्थीगण बिहार के राज्यपाल से भेंट करेंगे तथा महाबोधि मंदिर, विष्णुपद मंदिर व भारत के सबसे बड़े रबर डैम गयाजी डैम भी जाएंगे। यात्रा के दूसरे दिन सभी विद्यार्थी नालंदा व राजगीर देखेंगे, नेचर सफारी का आनंद लेंगे, तत्पश्चात् वीरायतन संग्रहालय, विश्व शांति स्तूप, घोड़ा कटोरा सरोवर, नालंदा विश्व विरासत स्थल, गुरुद्वारा आदि देखेंगे। ये विद्यार्थी पटना संग्रहालय, वैशाली शांति स्तूप, सोनेपुर, मरीन ड्राइव भी जाएंगे और साथ ही सांस्कृतिक व खेल आयोजन देखेंगे तथा प्रतिष्ठित व्यक्तियों से मुलाकात भी करेंगे। शिक्षा मंत्रालय की मौलिक पहल युवा संगम का युवा विनियम कार्यक्रम एक भारत श्रेष्ठ भारत के अंतर्गत आता है। इसका लक्ष्य है लोगों -विशेषकर विभिन्न राज्यों के युवाओं- के बीच जुड़ाव को मजबूत करना तथा उन्हें भारत की विविधतापूर्ण संस्कृति एवं जीवन मूल्यों से परिचित कराना। एक भारत श्रेष्ठ भारत की संकल्पना माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की है और जिसका ध्येय भारत के विभिन्न राज्यों के मध्य एक सांस्कृतिक जुड़ाव कायम करना है। इस पहल का उद्देश्य उन युवाओं को आगे लाना भी है जो न केवल बेहद प्रतिभावान, वैश्विक ज्ञान रखने वाले, रचनात्मकता एवं नवोत्थान के जज़्बे से भरपूर हैं बल्कि जो उन सांस्कृतिक मूल्यों के प्रति भी जागरुक हैं जिनमें देश की मानवोचित दयाशील संस्कृति परिलक्षित होती है। यह पहल इस साल फरवरी में हुई थी तथा युवा संगम के प्रथम चरण को बहुत उत्साहपूर्ण सहभागिता मिली थी जिसमें 1200 युवाओं ने भाग लिया था और पहला दल पूर्वाेत्तर भारत की यात्रा पर गया था।