हमारा बिलासा एयरपोर्ट उड़ान 5.0 में हो शामिल कोशिश जारी
बिलासपुर। हमारा बिलासा एयरपोर्ट उड़ान 5.0 में शामिल हो, इसके लिए कोशिश लगातार जारी है। इसी कड़ी में हवाई सुविधा जनसंघर्ष समिति के एक प्रतिनिधिमंडल ने रायपुर राजभवन रायपुर में विश्वभूषण हरिचंदन से मुलाकात की है। इस दौरान बिलासपुर के एयरपोर्ट को उड़ान 5.0 योजना का लाभ दिलाने के लिए केंद्र सरकार में पहल करने का आग्रह किया। राज्यपाल को दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि बिलासपुर राज्य का दूसरा प्रमुख शहर है और राज्य का हाई कोर्ट यहीं से संचालित है। अभी बिलासपुर का बिलासा देवी केंवट हवाई अड्डा विकसित किया जा रहा है और यह 72 और 80 सीटर विमान के संचालन के लिए उपयुक्त है।
बिलासा एयरपोर्ट से वर्तमान में दिल्ली के लिए एक फ्लाइट चल रही है जो सप्ताह में चार दिन जबलपुर हो कर और चार दिन प्रयागराज होकर जाती है। कुल मिलकर एक सप्ताह में आठ लैंडिंग और टेकआफ बिलासपुर से हो रहे हैं। केंद्र सरकार की उड़ान 5.0 योजना में बिलासपुर एयरपोर्ट को योजना से बाहर कर दिया गया है, इसके लिए गौरतलब है कि एएआइ ने उड़ान योजना के मापदंडों में फेरबदल कर एक एयरपोर्ट पर सप्ताह में 7 से अधिक लैंडिंग टेकआफ होने पर एयरपोर्ट को “अंडर सेवेंड” श्रेणी से बाहर कर दिया है। बिलासपुर एयरपोर्ट में केवल आठ लैंडिंग टेकआफ है और व्यावहारिक रूप से एक ही फ्लाइट है। केवल एक फ्लाइट संचालन के आधार पर किसी भी एयरपोर्ट को “अंडर सेवेंड” ही माना जाना चाहिए.
इस योजना में शामिल होने से विभिन्न हवाई मार्गो पर उड़ान को बीजीएफ सब्सिडी भी दी जा रही है और इसी कारण निजी एयरलाइन कंपनियां जिस एयरपोर्ट और हवाई मार्ग को उड़ान योजना में सुविधा मिल रही हो उस मार्ग पर ही विमान संचालन को प्राथमिकता देते हैं। संघर्ष समिति के प्रतिनिधि मंडल ने मांग की है कि केंद्र सरकार और विशेष रूप से नागरिक उड्डयन मंत्रालय को बिलासपुर एयरपोर्ट को उड़ान योजना में “अंडर सेर्वेड ” एयरपोर्ट की लिस्ट में शामिल कर बिलासपुर से कोलकाता, हैदराबाद, भुवनेश्वर, मुंबई, दिल्ली, जयपुर हवाई मार्गो को उड़ान 5.0 योजना के लिए अधिसूचित करने का परामर्श दे, जिससे एयरलाइन कंपनियां फ्लाइट संचालन के लिए बिडिंग कर सकें।
राज्यपाल ने किया आश्वस्त
राज्यपाल ने प्रतिनिधि मंडल को पूरा समय देकर सारी बातें सुनी और आश्वस्त किया कि इस मसले को वे केंद्र सरकार के सामने उचित तरीके से रखेंगे। प्रतिनिधिमंडल में विजय वर्मा, देवेंद्र सिंह, तिरुपति नाथ यादव और सुदीप श्रीवास्तव शामिल थे।
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