ब्रेकिंग
मुसलमानों का करें बॉयकॉट… इस बयान पर सज्जाद नोमानी ने मांगी माफी, महाराष्ट्र नतीजे के बाद बदले सुर भाई की हार के बाद छलका मंत्री किरोड़ी लाल मीणा का दर्द, भीतरघात को बताया हार की वजह आंखों में जलन-घुटन…दिल्ली की हवा में ‘जहर’, रेड जोन में 9 इलाके, AQI 400 के पार मंदिर, गुरुद्वारा और चर्च जाऊंगी… सीसामऊ से जीत के बाद ऐसा क्यों बोलीं सपा उम्मीदवार नसीम सोलंकी? बिहार: जंगल से मिला लड़के का शव…रेत दिया गया था गला, पुलिस ने दो दोस्तों से की पूछताछ, एक ने लगा ली ... किरणपाल मर्डर केस: दिल्ली में बदमाश रॉकी का एनकाउंटर, ड्यूटी पर तैनात कांस्टेबल की कर दी थी हत्या संभल में शाही मस्जिद के सर्वे पर बवाल, पुलिस पर भीड़ ने किया पथराव माफी मांगो नहीं तो केस…कैश कांड पर तावड़े का पलटवार, खरगे-राहुल और सुप्रिया को नोटिस बिहार में नेशनल हाइवे का नेटवर्क अमेरिका के बराबर हो जाएगा: गडकरी प्रदूषण पर दिल्ली सरकार के जवाब से हम संतुष्ट नहीं: सुप्रीम कोर्ट

खरीफ बुआई में किसानों को पर्याप्त मात्रा में मिले खाद : सीपीआई

पटना। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव रामनरेश पाण्डेय ने केंद्र सरकार से खरीफ मौसम में बिहार को पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध कराने की मांग की है। बिहार में मानसून के सक्रिय होने से लगातार बारिश हो रही है और राज्य के कई हिस्सों में धान की रोपनी शुरू है। केन्द्र और राज्य सरकार किसानों को पर्याप्त मात्रा में निर्धारित मूल्य पर डीएपी, पोटास, यूरिया, जिंक सहित खरीफ फसल की बुआई में उपयोग आनेवाले अन्य सामानों को उपलब्ध कराने की गारंटी करे। भाकपा राज्य सचिव ने कहा कि गत वर्ष खरीफ मौसम और इस साल रबी की बोआई के समय में बिहार के किसानों को खाद नहीं मिल पाई थी। जिस कारण खेती प्रभावित हुई और किसानों को ऊंची कीमत पर खाद खरीदना पड़ा। खरीफ मौसम में खाद में कोई कमी नहीं हो इसलिए सरकार अभी से मुश्तैद रहे। उन्होंने राज्य सरकार से खाद की कालाबजारी पर रोक लगाने की मांग की ताकि किसानों को निर्धारित मूल्य पर खाद मिल सके। भाकपा राज्य सचिव ने कहा कि खाद बिक्रेताओं द्वारा डीएपी की ऊंची कीमत वसूली जा रही है। बाजार में अभी डीएपी 1700 रुपये प्रति बोरी की दर से बिक्री की जा रही है जबकि अधिकतम कीमत प्रति बोरी 1350 रुपये निर्धारित है। इसी तरह अन्य खाद की भी निर्धारित कीमत से अधिक की वसूली की जा रही है। उन्होंने राज्य सरकार से लगातार छापेमारी अभियान चलाकर खाद की कालाबजारी पर रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की लेट लतीफे के कारण बिहार के किसानों को समय पर खाद नहीं मिल पाता है। इसके बाद आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो जाता है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.