मध्य प्रदेश में जारी रहेगा बौछारों का सिलसिला 10 जिलों में भारी वर्षा के आसार
भोपाल। मानसून द्रोणिका के ग्वालियर, सतना से होकर गुजरने एवं अलग-अलग स्थानों पर सक्रिय मौसम प्रणालियों के असर से प्रदेश के अधिकतर जिलों में रुक-रुककर वर्षा होने का सिलसिला जारी है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बौछारें पड़ने का दौर अभी जारी रहने की संभावना है। गुरुवार को छिंदवाड़ा, सिवनी, बैतूल, विदिशा, हरदा, गुना, अशोकनगर, सीहोर, धार एवं रतलाम जिले में भारी वर्षा भी हो सकती है। बुधवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक बैतूल में 32, नौगांव में आठ, इंदौर में 5.9, नर्मदापुरम में तीन, रायसेन में दो, उज्जैन में एक, भोपाल में 0.8, सागर में 0.6, पचमढ़ी में 0.2 मिलीमीटर वर्षा हुई। इस सीजन में बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे तक प्रदेश में 275 मिमी. वर्षा हो चुकी है जो सामान्य वर्षा (239.8 मिमी.) की तुलना में 15 प्रतिशत अधिक है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक मानसून द्रोणिका एक बार फिर मध्य प्रदेश से होकर गुजर रही है। वर्तमान में यह बीकानेर, ग्वालियर, सतना, छत्तीसगढ़, ओडिशा से होकर जा रही है। दक्षिणी उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है।
राजस्थान में एवं जम्मू कश्मीर में ट्रफ के रूप में दो पश्चिमी विक्षोभ बने हुए हैं। इनके अतिरिक्त उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी में भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर बनी इन मौसम प्रणालियों के असर से पूरे प्रदेश में मानसून सक्रिय है।
गुरुवार को भोपाल, नर्मदापुरम, इंदौर, उज्जैन, सागर एवं जबलपुर संभाग के जिलों में वर्षा होने की संभावना है। शेष जिलों में भी छिटपुट वर्षा होती रहेगी। बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात के 16 जुलाई से आगे बढ़ने की संभावना है। इसके बाद मानसून की गतिविधियों में और तेजी आ सकती है।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.