ब्रेकिंग
मुसलमानों का करें बॉयकॉट… इस बयान पर सज्जाद नोमानी ने मांगी माफी, महाराष्ट्र नतीजे के बाद बदले सुर भाई की हार के बाद छलका मंत्री किरोड़ी लाल मीणा का दर्द, भीतरघात को बताया हार की वजह आंखों में जलन-घुटन…दिल्ली की हवा में ‘जहर’, रेड जोन में 9 इलाके, AQI 400 के पार मंदिर, गुरुद्वारा और चर्च जाऊंगी… सीसामऊ से जीत के बाद ऐसा क्यों बोलीं सपा उम्मीदवार नसीम सोलंकी? बिहार: जंगल से मिला लड़के का शव…रेत दिया गया था गला, पुलिस ने दो दोस्तों से की पूछताछ, एक ने लगा ली ... किरणपाल मर्डर केस: दिल्ली में बदमाश रॉकी का एनकाउंटर, ड्यूटी पर तैनात कांस्टेबल की कर दी थी हत्या संभल में शाही मस्जिद के सर्वे पर बवाल, पुलिस पर भीड़ ने किया पथराव माफी मांगो नहीं तो केस…कैश कांड पर तावड़े का पलटवार, खरगे-राहुल और सुप्रिया को नोटिस बिहार में नेशनल हाइवे का नेटवर्क अमेरिका के बराबर हो जाएगा: गडकरी प्रदूषण पर दिल्ली सरकार के जवाब से हम संतुष्ट नहीं: सुप्रीम कोर्ट

गडकरी ने की कांग्रेस नेता की प्रशंसा, मंच पर एक साथ आए नजर

पुणे। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पुणे शहर के पास एक पुस्तक विमोचन समारोह के दौरान वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के साथ मंच साझा किया। इस दौरान गडकरी ने महाराष्ट्र के मंदिरों के शहर पंढरपुर की उनकी वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए उनकी प्रशंसा की।

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह हर साल आषाढ़ी एकादशी पर भगवान की पूजा करने के लिए पंढरपुर जाते हैं, जहां सोलापुर जिले में भगवान विठ्ठल और देवी रुक्मिणी का प्रसिद्ध मंदिर है।

पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में साथ नजर आए दोनों नेता

गडकरी और सिंह गुरुवार को पुणे के पास पिंपरी चिंचवाड़ में दिवंगत कांग्रेस नेता रामकृष्ण मोरे पर एक किताब का विमोचन करने के लिए एक साथ आए। अपने भाषण के दौरान, गडकरी ने आषाढ़ी एकादशी पर पंढरपुर की वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए सिंह की प्रशंसा की।

‘मैं आपसे छोटा हूं’

सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने कहा, “हालांकि मैं आपसे छोटा हूं, लेकिन मुझे उस तरह का साहस नहीं। आप तीर्थयात्रा के दौरान इतना पैदल चलते हैं, मैं आपको बधाई देता हूं और धन्यवाद देता हूं।” इस पर जवाब देते हुए सिंह ने कहा कि गडकरी को भी इसे आजमाना चाहिए, ताकि वह नियमित रूप से इसमें भाग लेना शुरू कर दें।

दिग्विजय सिंह के खिलाफ केस लिया था वापस

गडकरी ने 2018 में दिग्विजय सिंह के खिलाफ मानहानि का मामला वापस ले लिया था। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में केस वापसी के लिए संयुक्त याचिका दायर की गई थी। कोयला ब्लॉक आवंटन में कथित अनियमितताओं में उनका नाम घसीटने के आरोप में गडकरी ने 2012 में सिंह के खिलाफ मानहानि का मामला दायर किया था।

भाजपा नेता ने तब मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री पर कोयला ब्लॉक आवंटन पर नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट से लोगों का ध्यान हटाने की कोशिश करने का आरोप लगाया था।

मतभेद हो सकते हैं, मनभेद नहीं

कार्यक्रम में आगे बोलते हुए, गडकरी ने महाराष्ट्र की राजनीतिक संस्कृति की भी सराहना की और कहा कि हालांकि राज्य में अलग-अलग पार्टियां थीं, लेकिन उनके बीच कोई कड़वाहट नहीं थी। उन्होंने कहा, “मतभेद हो सकते हैं, लेकिन मनभेद नहीं होना चाहिए और महाराष्ट्र इसका अच्छा उदाहरण है।”

सड़क पर लगाई जाएगी घास

मंत्री ने कहा कि सरकार 12,000 करोड़ रुपये की लागत से पालखी मार्ग विकसित कर रही है। उन्होंने कहा कि उन्होंने इंजीनियरों से मार्ग पर घास बिछाने को कहा है, ताकि वारकरी गर्म सड़क पर नंगे पैर चलने के बजाय उस पर चल सकें।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.