चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के नाम से सोशल मीडिया पर वायरल हुई फर्जी पोस्ट, SC ने कहा- कार्रवाई करेंगे
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की तस्वीर के साथ गलत इरादे और शर्तपूर्ण तरीके से उनके द्वारा जनता को ‘तानाशाही’ सरकार के खिलाफ एकजुट होकर सड़कों पर उतरने की लोगों से की गई अपील वाले फर्जी सोशल मीडिया पोस्ट मामले में कानूनी कार्रवाई की जा रही है। सोमवार को मामला सामने आने के बाद सुप्रीम कोर्ट कार्यालय की ओर से एक बयान जारी कर यह जानकारी दी।
बयान में कहा गया है कि यह सोशल मीडिया पोस्ट फर्जी है। यह गलत इरादे और शरारतपूर्ण कार्य है। बयान में कहा गया है यह पोस्ट न तो मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ द्वारा और न ही उनके द्वारा अधिकृत किसी व्यक्ति द्वारा जारी की गई थी। बयान में यह भी कहा गया है कि सोमवार को सोशल मीडिया और मैसेंजर ऐप्स पर प्रसारित एक फर्जी खबर का पता चला, जिसमें भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) डी वाई चंद्रचूड़ को उद्धृत किया गया है। कार्यालय ने कहा है कि संबंधित विभागों की ओर से इस मामले में उचित कार्रवाई की जा रही है।
सीजीआई को बदनाम करने की साजिश
सुप्रीम कोर्ट बार संघ (एससीबीए) के सचिव रोहित पांडे ने बताया कि एक फर्जी मैसेज सर्कुलेट किया गया। ये पूरी तरह से प्रोपेगैंडा है। कोई भी सीजीआई कभी भी ऐसा काम नहीं कहेगा। ये सीजीआई डीवाई चंद्रचूड़ को बदनाम करने वाला काम है। उनके नाम पर इतनी गंभीर शरारत के लिए कदम उठाए जाने चाहिए और उठाए जाएंगे।
कथित मैसेज में क्या कहा गया?
सीजेआई चंद्रचूड़ की तस्वीर के साथ शेयर किए जा रहे कथित संदेश की हेडलाइन है, ‘भारतीय लोकतंत्र, सुप्रीम कोर्ट जिंदाबाद’। सीजेआई के कथित संदेश में लिखा है, ‘हम भारत के संविधान, भारत के लोकतंत्र को बचाने के लिए अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं। लेकिन इसके लिए आपका सहयोग भी बहुत महत्वपूर्ण है, सभी लोगों को एकजुट होना चाहिए और सड़कों पर आइए और सरकार से अपना हक मांगिए।’ इसमें आगे लिखा गया है, ‘ये तानाशाही सरकार लोगों को डराएगी, धमकाएगी, लेकिन आपको डरना नहीं है, हिम्मत रखो और सरकार से हिसाब मांगो। मैं आपके साथ हूं।’ संदेश के नीचे लेखक का नाम दिया गया है- डीवाई चंद्रचूड़, जो भारत के मुख्य न्यायाधीश पद पर आसीन हैं।
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