अक्षरधाम मंदिर में नशा मुक्ति पर लिया गया संकल्प… रामदास आठवले समेत बड़ी हस्तियों ने दिए संदेश
दिल्ली के स्वामिनारायण अक्षरधाम मंदिर में नशा मुक्ति जागरुकता कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया. इसमें केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले समेत देश की जानी मानी हस्तियों ने हिस्सा लिया. हग्स लाइफ होलिस्टिक ड्रग डी-एडिक्शन रिहैबिलिटेशन सेंटर एंड कंसल्टेशन एंड ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट की ओर से आयोजित इस सेमिनार में सभी ने नशे की बुराइयों से दूर रहने का संदेश दिया. कार्यक्रम के सह आयोजक तेजेंद्र सिंह (प्रेरक वक्ता और स्वास्थ्य मार्गदर्शक) ने इस कार्यक्रम को अक्षरधाम मंदिर परिसर में आयोजित करने की वजह बताई. उन्होंने कहा कि भगवान स्वामिनारायण ने अपने जीवनकाल में 3,000 साधुओं को गांवों में भ्रमण करने के लिए प्रेरित किया था, जहां उन्होंने लोगों को नशा छोड़ने के लिए परामर्श दिया था. प्रमुख स्वामी महाराज (1921-2016) ने इस आंदोलन को आधुनिक युग में भी जारी रखा. उनके प्रयासों से भारत और दुनिया भर में लाखों लोग व्यसन मुक्त जीवन जीने के लिए प्रेरित हुए.
उन्होंने कहा कि अपने जीवन में प्रमुख स्वामी महाराज ने दुनिया भर में 40 लाख से अधिक लोगों को व्यसन छोड़ने के लिए प्रेरित किया था. इनमें उद्यमी, ग्लोबल लीडर, शोध वैज्ञानिक, किसान और आदिवासी समुदाय शामिल थे. पूरी दुनिया में अक्षरधाम (BAPS) संस्था नशा मुक्ति के लिए कार्य कर रही है. आज के इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गणमान्य उपस्थित थे. इनमें केंद्रीय मंत्री, अनेक राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि, पुलिस और नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो, मीडिया और अन्य सामाजिक कार्यकर्ता, मानसिक स्वास्थ्य संगठन और छात्र शामिल थे. सभी ने नशीले पदार्थों के सेवन और अवैध तस्करी के खिलाफ संकल्प लिया और नशा मुक्ति में योगदान के लिए प्रमुख स्वामी महाराज को श्रद्धांजलि दी.
आठवले ने विकास के लिए सरकार को सराहा
इस मौके पर मुख्य अतिथि सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए) के अध्यक्ष रामदास बंधु आठवले ने नशा मुक्ति के साथ सड़क निर्माण, हवाई अड्डों के विकास और रोजगार के क्षेत्र में प्रधानमंत्री के प्रभावशाली कार्यों की चर्चा की. उन्होंने गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले 25 करोड़ लोगों के उत्थान के लिए सरकार के कार्यों की भी प्रशंसा की.
स्कूलों में भी चलाया जा रहा है नशा मुक्ति अभियान
अक्षरधाम मंदिर की एक स्वयंसेविका मीरा सोंडागर ने कहा कि आज BAPS के अध्यक्ष और गुरु महंत स्वामी महाराज असंख्य लोगों को व्यसन की बेड़ियों से दूर रहने के लिए प्रेरित कर रहे हैं. अक्षरधाम संस्था का नशा मुक्ति कार्यक्रम स्कूलों पर भी ध्यान दे रहा है. BAPS के बालमंडल के सदस्यों ने अन्य किशोरों को गुटखा और धूम्रपान से दूर रहने की प्रेरणा देने के लिए कई बार अनेक स्कूलों का दौरा किया है.
कार्यक्रम में यूपी के मुरादाबाद के स्कूली बच्चों ने ‘नशे की लत कैसे हमारे जीवन को नष्ट कर सकती है और इससे कैसे उबरें’ विषय पर एक नाटक प्रस्तुत किया. कार्यक्रम में दिल्ली के नारकोटिक्स आयुक्त दिनेश बौद्ध मंचीय अतिथि और मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित थे. उन्होंने कहा कि दुनिया भर में हर साल 70,000 से 80,000 लोग नशे की लत से मौत के शिकार हो जाते हैं. इस दिशा में सरकार और BAPS का प्रयास सराहनीय है.
नशा मुक्ति के साथ-साथ योगाभ्यास का भी संदेश
वहीं भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय सचिव और भाजपा आंध्र के पूर्व सह-प्रभारी सुनील देवधर ने नशा मुक्त भारत के साथ-साथ स्वच्छता, डिजिटल लेन-देन, योगाभ्यास, वोकल फॉर लोकल, बाजरा उपभोग और जैविक खेती सहित विभिन्न पहलों पर जोर दिया, मंच अतिथि राजीव चंद्र शर्मा, वाणिज्य विभाग में कार्यालय प्रबंधन में पूर्व एसोसिएट प्रोफेसर, एस.डी. कॉलेज, अंबाला कैंट; विजय सिंह चौहान, आर्थोपेडिक सर्जन चेयरमैन प्रकाश अस्पताल और सुमित जिदानी, प्रशासनिक अधिकारी, दिल्ली सरकार ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग को लेकर जागरुकता बढ़ाने की बात कही.
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