महिला को आत्मदाह के लिए उकसाया! 57 बार कॉल… पेट्रोल को किस डिब्बे में लेना है, कैसे खरीदना है? वकील ने सब बताया
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सीएम आवास के बाहर महिला के आत्मदाह मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. पुलिस की जांच में पता चला है कि महिला को ऐसा करने के लिए उसके वकील ने उकसाया था. वकील ने महिला को भरोसा दिया था कि ऐसा करने से उसकी समस्या का समाधान हो जाएगा. यह खुलासा महिला के मोबाइल फोन से हुआ है. मोबाइल में महिला और वकील के बीच हुई बातचीत की रिकार्डिंग मिलने पर पुलिस ने मोबाइल फोन जब्त कर लिया है.
इसके साथ ही पुलिस ने उन्नाव में दबिश देकर उस वकील को भी अरेस्ट कर लिया है, जिसने महिला को उकसाया था. पुलिस के मुताबिक यह महिला उन्नाव के पुरवा थाने के एसएचओ के खिलाफ एससी एसटी एक्ट के तहत कार्रवाई करानी चाहती थी. इसके लिए उसने अपने वकील से बात की थी. इस दौरान वकील ने उसे आत्मदाह की पूरी योजना समझाई और सीएम योगी के जनता दरबार में जाने को कहा था. उस वकील के ही कहने पर महिला बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास पर जनसुनवाई में हिस्सा लेने पहुंची थी.
90 फीसदी तक झुलसी महिला
यहां जनसुनवाई से बाहर आते ही उसने अपने ऊपर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा लिया. इससे वह करीब 90 फीसदी तक झुलस गई है. फिलहाल इस महिला को केजीएमयू अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है. महिला के मोबाइल फोन से बरामद कॉल रिकार्डिंग में वकील साफ तौर यह कहते हुए सुना जा रहा है कि आत्मदाह के लिए पेट्रोल कहां से लेना है, और किस डिब्बे में लेकर जाना है.
उन्नाव से वकील अरेस्ट
यहां तक कि वह फोन पर महिला को आत्मदाह का तरीका भी बता रहा है. बता दें कि उन्नाव के पुरवा में रहने वाली 32 वर्षीय महिला अंजली ने मंगलवार की सुबह गौतमपल्ली इलाके में आत्मदाह की कोशिश की थी. लखनऊ की डीसीपी सेंट्रल रवीना त्यागी ने बताया कि अंजली के मोबाइल फोन में मिली कॉल रिकार्डिंग की जांच कराई जा रही है. इस दौरान उसे आत्मदाह के लिए उकसाने वाले 60 वर्षीय वकील सुनील कुमार को भी अरेस्ट किया गया है. यह वकील भी अंजली के गांव का है.
महिला को ऐसे उकसाया
आरोपी वकील ने फोन पर महिला को उकसाते हुए कहा था कि ‘तुम एसएचओ के खिलाफ कार्रवाई चाहती हो ना, हो जाएगी कार्रवाई. बस तुम एक काम कर दो, बवाल मच जाएगा. इसके बाद एसएचओ क्या, सीओ भी औकात में आ जाएंगे’. डीसीपी सेंट्रल के मुताबिक आरोपी वकील ने साथ में यह भी कह रहा है कि ‘ये जरूर कहना कि पुलिस वाले जातिसूचक शब्द कहकर गालियां देते हैं, इतना कहने से एससी-एसटी वाला पैसा भी मिलेगा.’ पुलिस के मुताबिक महिला और वकील के बीच 30 जुलाई से छह अगस्त के बीच कुल 57 बार बातचीत हुई है. इन 57 बार की बातचीत में वह हर बार महिला को उकसाने की कोशिश करता नजर आ रहा है. वह महिला को बार बार आत्मदाह करने के लिए उकसाता है और कहता है कि बिना कुछ किए न्याय नहीं मिलने वाला.
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