ब्रेकिंग
अडानी से लेकर मणिपुर तक… कांग्रेस ने बताया किन मुद्दों को संसद सत्र में उठाएगी जंगल से मिला लड़के का शव…रेत दिया गया था गला, पुलिस ने दो दोस्तों से की पूछताछ, एक ने लगा ली फांसी महाराष्ट्र में प्रचंड जीत के बाद सरकार बनाने की तैयारी तेज, BJP-शिवसेना-NCP की अलग-अलग बैठकें पत्थर तो चलेंगे… संभल बवाल पर बोले रामगोपाल यादव, अखिलेश ने कहा- सरकार ने जानबूझकर कराया पाकिस्तान से जंग में तीन बंकरों को कर दिया था नेस्तनाबूद , कहानी गाजीपुर के राम उग्रह पांडेय की झारखंड: जिस पार्टी का जीता सिर्फ एक विधायक, उसने भी बोला दे दूंगा इस्तीफा गाजियाबाद: डासना मंदिर के बाहर फोर्स तैनात, यति नरसिंहानंद को दिल्ली जाने से रोका, ये है वजह गूगल मैप ने दिया ‘धोखा’… दिखाया गलत रास्ता, पुल से नदी में गिरी कार, 3 की मौत 30 लाख की नौकरी छोड़ी, UPSC क्रैक कर बने IPS, जानें कौन हैं संभल के SP कृष्ण कुमार बिश्नोई? संभल: मस्जिद के सर्वे को लेकर 1 घंटे तक तांडव… फूंक दीं 7 गाड़ियां, 3 की मौत; बवाल की कहानी

50 दिन पहले गोल्ड ने बनाया था रिकॉर्ड, अब 3,722 रुपए हो चुका है सस्ता

करीब 50 दिन पहले जब गोल्ड के दाम 75 हजार रुपए के लेवल को पार कर गए थे तो किसी ने नहीं सोचा था कि कीमतों में 3.50 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिलेगी. 23 जुलाई को नई सरकार का पूर्ण बजट पेश हुआ. उसमें गोल्ड पर से इंपोर्ट ड्यूटी को कम कर दिया और गोल्ड की कीमतें धराशाई हो गईं. 25 जुलाई को गोल्ड के दाम 68 हजार रुपए से भी नीचे आ गए. उसके बाद से अब तक भले ही गोल्ड की कीमतों में 5 फीसदी की तेजी देखने को मिल चुकी है. लेकिन निवेशकों को अब तक भी 75 हजार रुपए के लेवल के दर्शन नहीं हुए हैं.

जानकारों की मानें तो डिमांड कम होने, अमेरिका के इकोनॉमिक डाटा बेहतर ना आ पाने की वजह से गोल्ड की कीमतों में उतनी तेजी देखने को नहीं मिल रही है, जितनी मिलनी चाहिए थी. खास बात तो ये है कि विदेशी बाजारों में गोल्ड की कीमतें 2,570 डॉलर के पार चली गई थी. आइए आंकड़ों से समझने की कोशिश करते हैं कि आखिर गोल्ड की कीमतें आने वाले दिनों में 75 हजार रुपए के लेवल तक कब तक पहुंचेंगी.

50 दिनों में कितना सस्ता हुआ गोल्ड

मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर गोल्ड की कीमतों में बड़ी गिरावट देखने को मिल चुकी है. खासकर बीते करीब 50 दिनों में. 17 जुलाई को गोल्ड की कीमतें 75,128 रुपए के साथ लाइफ टाइम हाई पर पहुंच गई थी. उसके बाद से अब तक गोल्ड के दाम 3,722 रुपए रुपए तक कम हो चुकी हैं. अगर बात आज की करें तो गोल्ड के दाम 71,406 रुपए प्रति 10 ग्राम देखने को मिले. इसका मतलब है कि गोल्ड की कीमतों की वजह से निवेशकों को 3.67 फीसदी का नुकसान हो चुका है.

वैसे बीच में सरकार की ओर से गोल्ड पर टैक्स में कटौती भी इसे सस्ता करने में अहम कारण रहा. 25 जुलाई को गोल्ड की कीमतें 68 हजार रुपए के लेवल से नीचे चली गई थी. उसके बाद से गोल्ड के दाम में भले ही 5 फीसदी से ज्यादा का इजाफा देखने को मिल चुका हो. लेकिन सोने की कीमतें 75 हजार रुपए के लेवल के आसपास भी नहीं दिखाई दिए.

क्यों नहीं बढ़ रही हैं कीमतें

खास बात तो ये है कि डॉलर इंडेक्स मौजूदा समय में करीब सालभर के लोअर लेवल पर है. उसके बाद भी गोल्ड की कीमतों को उतना सपोर्ट मिलता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है. जितना मिलना चाहिए. जानकारों की मानें तो चीन में गोल्ड की डिमांड कम है. साथ ही इकोनॉमिक डाटा भी अमेरिका की ओर से उतना बेहतर नहीं दिखाई दे रहा है, जितना दिखाई देना चाहिए. सितंबर में फेड की मीटिंग होने वाली है. लेकिन मेन्युफैक्चरिंग का डाटा उतना बेहतर देखने को नहीं मिला है.

वहीं दूसरी ओर इकोनॉमिक डाटा अगले हफ्ते आने वाला है. जिसके उतने अच्छे आने के आसार नहीं दिखाई दे रहे हैं. ऐसे में संशय इस बात का पैदा हो गया है कि क्या फेड सितंबर में होने वाली मीटिंग में संभावित कटौती करेगा या नहीं. यही डर निवेशकों में खौफ पैदा कर रहा है. अगर कटौती नहीं होती है तो गोल्ड की कीमतों में और ज्यादा गिरावट देखने को मिलेगी. अगर कटौती उम्मीद से बेहतर यानी 0.25 फीसदी से ज्यादा की दिखाई देती है तो गोल्ड के दाम में इजाफा देखने को मिलेगा.

ये भी हैं कारण

वहीं दूसरी ओर जियो पॉलिटिकल टेंशन भी लगातार बना हुआ है. लेकिन सोने की कीमतों ने इस टेंशन को इसलिए हजम कर लिया है कि क्योंकि अब जो भी बातें चल रही हैं वो सिर्फ जुबानी है. रूस और यूक्रेन वॉर में कोई नया अपडेट नहीं है. वहीं दूसरी ओर मिडिल ईस्ट की टेंशन में सिर्फ जुबानी हमले ही देखने को मिल रहे हैं. जब तक जियो पॉलिटिकल टेंशन में कोई नया स्ट्रांग अपडेट देखने को नहीं मिलता है, तब तक गोल्ड के दाम इसी लेवल पर रहने के आसार हैं.

वहीं दूसरी ओर भले ही डॉलर इंडेक्स 101 के लेवल पर हों, लेकिन डॉलर के मुकाबले रुपया काफी नीचे गिर चुका है. मौजूदा समय में डॉलर के मुकाबले में रुपया 84 के लेवल पर है. ऐसे में गोल्ड का इंपोर्ट भी काफी महंगा देखने को मिल रहा है. रुपए में गिरावट तब तक रहेगी, इस बारे में कोई भी कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं है. जानकार इस बारे में काफी सतर्क रहने को बोल रहे हैं.

क्या कहते हैं जानकार?

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के कमोडिटी करेंसी के हेड अनुज गुप्ता ने कहा कि गोल्ड के दाम में दो ही सूरतों में अच्छी तेजी देखने को मिल सकती है. पहला तो ये है कि अगर फेड रिजर्व 0.25 फीसदी से ज्यादा की कटौती ब्याज दरों में करे. क्योंकि 24 बेसिस प्वाइंट की संभावित कटौती को डॉलर इंडेक्स और मार्केट हजम कर चुके हैं. वहीं दूसरी वजह है मिडिल ईस्ट टेंशन में कुछ हथियारों का इस्तेमाल हो और निवेशक सेफ हैवन की ओर मूव करें. उन्होंने कहा कि सेंट्रल बैंकों की ओर से खरीदारी काफी दिनों से लगातार देखने को मिल रही है. ऐसे में बाजार पर से इसका असर खत्म हो चुका है.

क्या है गोल्ड के मौजूदा दाम?

अगर बात गोल्ड की मौजूदा कीमतों की बात करें तो मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर 163 रुपए की तेजी देखने को मिल रही है. आंकड़ों के अनुसार कीमतें 71,629 रुपए पर आ गई है. वैसे कीमतें 71,728 रुपए के साथ दिन के हाई पर भी पहुंच गई थी. वैसे गुरुवार सुबह 9 बजे गोल्ड के दाम 71,481 रुपए के साथ ओपन हुए थे. बुधवार को बाजार जब बंद हुआ था तो गोल्ड की कीमतें 71,466 रुपए प्रति दस ग्राम पर देखने को मिली थी.

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.