नवी मुंबई एयरपोर्ट पर IAF के C-295 की सफल लैंडिंग, CM शिंदे ने रनवे का किया निरीक्षण, कॉकपिट में भी बैठे
महाराष्ट्र के नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शुक्रवार को वायुसेना के सी-295 और सुखोई-30 विमान की सफल लैंडिंग हुई. विमान की उद्घाटन लैंडिंग के अवसर पर राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रनवे का निरीक्षण किया और वायुसेना के अधिकारियों को बधाई दी. इस दौरान उन्होंने कॉकपिट में बैठकर मौजूद लोगों का अभिवादन भी किया. इसके साथ ही सीएम शिंदे ने हवाई अड्डे का नाम लोकनेते डीबी पाटिल नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा घोषित किया.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस अवसर पर कहा कि, ‘हम उड़ान के साथ-साथ लड़ाई के लिए भी तैयार हैं. हम जो कहते हैं, वो करते हैं.’ उन्होंने कहा कि नवी मुंबई हवाई अड्डा लोगों के लिए वरदान साबित होगा. भारतीय वायुसेना का सी-295 विमान नवी मुंबई हवाई अड्डे पर सफलतापूर्वक उतरा और रनवे पर उतरते ही उसे ‘वाटर सैल्यूट’ दिया गया. इसके बाद ‘सुखोई-30’ विमान को भी सफलतापूर्वक उड़ाया गया.
डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस भी रहे मौजूद
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उद्घाटन लैंडिंग के बाद खुद रनवे का निरीक्षण किया. उन्होंने इसके लिए वायुसेना के अधिकारियों को बधाई दी और कॉकपिट का आनंद भी लिया. लाडली बहन योजना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘हम जो कहते हैं, वह करते हैं, जो नहीं होगा, वह नहीं कहते, देखते हैं भविष्य में क्या होता है.’ उन्होंने कहा कि इन विमानों के सफल परीक्षण के बाद जल्द ही इस हवाई अड्डे से घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संभव होंगी. साथ ही हवाई अड्डे का नाम लोकनेते डीबी पाटिल रखने की भी घोषणा की.
इस अवसर पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल, सिडको निगम के अध्यक्ष संजय शिरसाट, सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे, सांसद श्रीरंग बारणे, सांसद सुनील तटकरे, सांसद नरेश म्हस्के, विधायक गणेश नाईक, विधायक महेश बालदी, सिडको के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक विजय सिंघल, नवी मुंबई नगर निगम के आयुक्त कैलाश शिंदे, उपायुक्त राहुल गेठे और अन्य गणमान्य उपस्थित थे.
कौन हैं लोकनेते डीबी पाटिल?
दिनकर बालू पाटिल का जन्म 13 जनवरी 1926 को नवी मुंबई के उरण के जसाई गांव में हुआ था. 24 जून 2013 को 87 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया. दिनकर एक प्रसिद्ध राजनेता के साथ-साथ वकील और किसानों की एक सशक्त आवाज थे. वे भारतीय किसान एवं मजदूर पार्टी के महासचिव भी थे. उन्होंने नवी मुंबई की स्थापना के लिए खरीदी गई कृषि भूमि का उचित मूल्य किसानों को दिलाने के लिए आंदोलन चलाया था. जो सफल रहा और नवी मुंबई के किसानों को न्याय मिला.
दिनकर बालू पाटिल के इस योगदान के लिए नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम उनके नाम पर रखा गया है. दिनकर ने अपने राजनीतिक जीवन में भी काफी ऊंचाइयां हासिल कीं. वे वर्ष 1962 में पहली बार विधायक बने और लगातार 5 बार इस पद पर चुने गए. वे एक बार एमएलसी, दो बार सांसद और एक बार महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता भी रह चुके थे.
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