रमा एकादशी का व्रत में दिन इन चीजों का करें दान, जीवन में बनी रहेगी सुख-शांति!
हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा और व्रत किया जाता हैं. कार्तिक माह में आने वाली एकादशी तिथि का खास महत्व होता है. क्योंकि पूरे कार्तिक माह भगवान विष्णु को समर्पित होता है. इस दौरान श्रीहरि की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है. इसके अलावा कार्तिक माह में आने वाली रमा एकादशी के दिन व्रत और पूजन के साथ कुछ चीजों का दान करने से धन-दौलत में वृद्धि होती है साथ ही जीवन में खुशियां आती हैं.
रमा एकादशी तिथि (Rama Ekadashi 2024 Date)
हिंदू वैदिक पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत रविवार 27 अक्टूबर सुबह 5 बजकर 23 मिनट पर होगी. वहीं तिथि का समापन सोमवार, 28 अक्टूबर को सुबह 7 बजकर 50 मिनट पर होगा. उदया तिथि के अनुसार, रमा एकादशी का व्रत 28 अक्टूबर को रखा जाएगा.
रमा एकादशी में क्या दान करें?
रमा एकादशी के दिन जरूरतमंदों को अनाज का दान करना चाहिएं, मान्यता है कि अन्न का दान करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं.
पीले फल और वस्त्र का दान
कार्तिक मास की रमा एकादशी के दिन पीले रंगे के फल और कपड़ो का दान करना बहुत ही शुभ माना जाता है. ऐसा करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति पर अपनी कृपा बनाए रखते है. इसके अलावा यह दान गुरुदोष से भी छुटकारा दिलाता है.
बांसुरी का दान
रमा एकादशी के दिन बांसुरी का दान करना चाहिए. मान्यता है कि ऐसा करने से व्यक्ति के जीवन और परिवार में खुशियां बनी रहती हैं.
पढ़ाई के सामान का दान
रामा एकादशी के दिन बच्चों को पढ़ने लिखने से जुड़ी चीजों का दान करना चाहिएं. कहा जाता है कि ऐसा करने से मां सरस्वती प्रसन्न होती हैं. जिससे व्यक्ति करियर में सफलता प्राप्त होती है.
तुलसी के पौधे का दान
कार्तिक मास में भगवान विष्णु के साथ तुलसी की पूजा करना बहुत ही शुभ माना जाता है. मान्यता है कि रमा एकादशी के दिन तुलसी के पौधे का दान करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है. तुलसी का पौधा लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.
कामधेनु गाय की मूर्ति का दान
रमा एकादशी के दिन कामधेनु गाय और उसके बछड़े की मूर्ति का दान करना बहुत ही लाभदायक माना जाता है. इससे घर में सुख समृद्धि आती है साथ ही जीवन की सभी समस्याएं भी दूर होती हैं.
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.