ब्रेकिंग
जान्हवी कपूर या खुशी कपूर, दोनों बहनों में से किसका बॉयफ्रेंड है ज्यादा अमीर? बच्ची की बलि, सीना चीरकर निकाला दिल, बिना कपड़ों में तंत्र पूजा; सिद्धी पाने के लिए कातिल बनी मां देश को आजादी दिलाने में सिर्फ एक पार्टी या एक परिवार नहीं, आदिवासी समाज का भी बड़ा योगदान: PM मोदी दिल्ली में अमित शाह ने किया बिरसा मुंडा की प्रतिमा का अनावरण, वजन 3 हजार kg महाराष्ट्रः औरंगाबाद की 2 सीटों पर जीत को लेकर ऐसे ही कॉन्फिडेंट नहीं हैं ओवैसी, 5 महीने पहले ही मिल... पप्पू यादव को धमकी देने का मामला निकला फर्जी, किसी और को फंसाने के लिए रची साजिश इसके साथ ही जेवर एयरपोर्ट के पहले चरण का संचालन शुरू करने की कवायद तेज हो गई है. जेवर एयरपोर्ट का 39... नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंडिंग टेस्टिंग टली, जानें अब कितना करना पड़ेगा इंतजार? ‘हिंदू विरोधियों के साथ रहे अजित’, मतदान से ठीक पहले क्यों ‘बंट’ गए फडणवीस और पवार? कार्तिक पूर्णिमा पर जाम हो गया पटना, दीघा में गाड़ियों की कतार, सड़क पर रेंगते दिखे वाहन

शहर की सुंदरता पर दाग लगा रही मदिरा की दुकानें

ग्वालियर: नगर निगम और प्रशासन स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारियों में जुटा हुआ है, लेकिन शहर की सुंदरता को सबसे बड़ा दाग शराब की दुकानें लगा रही हैं। इन दुकानों के बाहर और आसपास ठेले, गुमटी वालों के यहां रात भर में कचरे का ढेर लग जाता है। यह वजन में तो अधिक नहीं होता, लेकिन सड़क पर फैलने के बाद सुंदरता को बिगाड़ने में अहम रोल अदा करता है।

इतना ही नहीं इलाके की नालियां और सीवर चाक होने का भी मुख्य कारण यहां से निकलने वाला कचरा ही होता है। जिले में प्रतिदिन करीब 450-500 टन कचरा निकलता है, जिसमें से करीब 1 टन कचरा तो शराब दुकानों के कारण फैलता है। दरअसल इस कचरे में प्लास्टिक पाउच, पानी की बोतलें, नमकीन के खाली पाउच शामिल होते हैं। लोग रात में शराब दुकानों के बाहर या गुमटी, ठेलों पर खड़े होकर शराब पीते हैं और कचरा सड़क और नालियों में फेंक जाते हैं।

यहां सिंगल यूज प्लास्टिक का भी धड़ल्ले से इस्तेमाल होता है। खास बात ये है कि शराब दुकानदारों के लिए नियम था कि यह अपनी दुकान के बाहर बड़े वाले डस्टबिन मय स्टैंड के लगाएंगे, लेकिन वतर्मान में कुछ एक दुकानों को छोड़ दें तो कहीं भी स्टैंड वाले डस्टबिन दिखाई नहीं देते हैं। उधर, रात में फैलाया कचरा सुबह तक सड़कों पर ढेर के रूप में दिखाई देता है।

स्थान: भगवान कालोनी

समय: सुबह 9 बजे

स्थिति: यहां शराब दुकान के बाहर प्लास्टिक के गिलास, पानी के पाउच के खाली पैकेट, पानी की खाली बोतलें जगह-जगह फैली दिखाई दीं। जिससे आसपास हर तरफ गंदगी पसरी थी। यह कचरा नालियों को भी चाक कर रहा था।

स्थान: सात नंबर चौराहा मुरार

समय: सुबह 8.30

स्थिति: दुकान के बाहर ही हर तरफ कचरा फैला दिखाई दे रहा था। हर तरफ प्लास्टिक पाउच, बोतल और खाली गिलास फैले थे। मार्निंग वाक पर जाने वालों को भी यहां से नाक पर रूमाल रखकर निकलना पड़ता है।

कुछ कर्मचारी भी मददगार

शराब दुकानों के बाहर कचरा नहीं दिखाई दे, इसके लिए कुछ शराब दुकानदार इलाके के सफाई कर्मचारियों को पैसा भी देते हैं। जिससे दुकानों के सामने सुबह कचरा दिखाई नहीं देता है। हालांकि ऐसा भी कुछ ही दुकानदारों द्वारा किया जाता है। वहीं अन्य दुकानों के आसपास सुबह कचरे का ढेर लगा दिखाई देता है। क्योंकि आसपास खुली गुमटियों, ठेलों या दुकानों के बाहर सुबह सफाई नहीं होती है।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.