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अलकायदा के ट्रेनिंग सेंटर से भिवाड़ी पुलिस का क्या है कनेक्शन? साइबर सेल में हो रही थी कप्तान की मॉनिटरिंग

राजस्थान के अलवर में चौपानकी में संचालित हो रहे कुख्यात आतंकी संगठन अलकायदा के ट्रेनिंग सेंटर से भिवाड़ी पुलिस के लिंक का खुलासा हुआ है. अभी यह तो साफ नहीं हो सका है कि यह लिंक किस तरह का है, लेकिन इतना जरूर साफ हो गया है कि साइबर सेल में बैठे पुलिस अधिकारी खुलासा करने वाली एनआईए टीम की निगरानी कर रहे थे. यही नहीं, साइबर सेल के अधिकारी भिवाड़ी एसपी ज्येष्ठा मैत्रेयी के फोन को भी सर्विलांस पर डालकर उनकी लोकेशन ट्रैस कर रहे थे.

इस मामले का खुलासा होने के बाद भिवाड़ी एसपी ने सात अक्टूबर को ही साइबर सेल के इंचार्ज एसआई श्रवण जोशी, हेड कॉन्स्टेबल अवनेश कुमार, कॉन्स्टेबल राहुल, सतीश, दीपक, भीम और रोहतास को सस्पेंड कर दिया था. अब इनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं. बता दें कि भिवाड़ी में पिछले दिनों कमलेश ज्वेलर्स के मालिक जयसिंह की हत्या हुई थी. इस घटना की जांच के लिए जयपुर आईजी ने डीएसपी रामकिशन के नेतृत्व में टीमें गठित की थी.

अन्य पुलिस अफसरों की भी हुई निगरानी

इस टीम में तिजारा एसएचओ हनुमान यादव, टपूकड़ा एसएचओ भगवान सहाय, डीएसटी इंचार्ज प्रकाशसिंह, सब इंस्पेक्टर दारा सिंह मीणा और सब इंस्पेक्टर मुकेश कुमार भी शामिल हैं. इस घटना के दिन बाद ही दिल्ली से आई एनआईए की टीम ने भिवाड़ी के चौपानकी में अलकायदा का ट्रेनिंग सेंटर का खुलासा किया था. इस दौरान पता चला कि भिवाड़ी एसएचओ देवेंद्र शर्मा की लोकेशन साइबर सेल में ट्रेस की जा रही है. यही नहीं, जांच में शामिल एनआईए के अधिकारियों के अलावा डीएसपी रामकिशन की टीम में शामिल सभी इंस्पेक्टरों के मोबाइल नंबर को भी सर्विलांस पर डाला गया था.

पूरी साइबर सेल सस्पेंड

इसकी रिपोर्ट भिवाड़ी एसपी ज्येष्ठा मैत्रेयी को मिली तो उन्होंने तत्काल मामले की जांच के लिए तिजारा डीएसपी को अधिकृत कर दिया. 2 अक्टूबर को उन्हें पता चला कि खुद उनके फोन भी सर्विलांस पर रखे गए थे. इस इनपुट के बाद भिवाड़ी एसपी ने तत्काल साइबर सेल में हेड कॉन्स्टेबल अवनेश को तलब किया और जरूरी पूछताछ के बाद सात अक्टूबर को साइबर सेल प्रभारी एसआई श्रवण जोशी, हेड कॉन्स्टेबल अवनेश कुमार, कॉन्स्टेबल राहुल, सतीश, दीपक, भीम और रोहतास को सस्पेंड कर दिया.

16 बार हुई एसपी की जासूसी

अब डीएसपी तिजारा शिवराज सिंह ने भी मामले की जांच कर अपनी रिपोर्ट एसपी को सौंप दी है. इसमें पुष्टि हुई है कि एसपी ज्येष्ठा मैत्रेयी की जासूसी एक या दो बार नहीं, बल्कि 16 बार हुई है. इसी मामले की जांच के दौरान पता चला है कि भिवाड़ी में हुई दो बड़ी लूट की घटनाओं की जांच करने वाले पुलिस अधिकारियों की भी जासूसी इसी साइबर सेल में बैठकर की गई. जांच के दौरान पता चला कि एसपी का मोबाइल नंबर दोपहर बाद से लेकर देर रात तक ट्रेस किया जाता था.

ज्वेलर्स हत्याकांड में अलकायदा का हाथ तो नहीं?

वहीं कमलेश ज्वेलर्स के मालिक की हत्या का आरोपी प्रीत ने दिल्ली में सरेंडर किया तो भिवाड़ी से डीएसटी इंचार्ज प्रकाश सिंह के अलावा टपूकड़ा थानाधिकारी भगवान सहाय और सब इंस्पेक्टर सचिन शर्मा पूछताछ के लिए दिल्ली पहुंचे थे. उस समय इनकी भी मॉनिटरिंग यहीं से की गई थी. ऐसे में आशंका है कि ज्वेलर्स हत्याकांड में अलकायदा का हाथ हो सकता है. इस मामले में अब कांग्रेस नेता प्रताप सिंह खाचरियावास ने मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने इस मामले पर खुद मुख्यमंत्री को ध्यान देने का आग्रह किया है.

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