ब्रेकिंग
आज शेयर बाजार में नहीं होगा कारोबार, करेंसी मार्केट से लेकर ये सब भी रहेंगे बंद Jio-Airtel या फिर Vi, एक प्याली चाय की कीमत में कौन दे रहा 10GB डेटा? सूर्यदेव बदलने जा रहे हैं अपनी चाल, किन राशि वालों पर पड़ेगा बुरा असर? 10 साल का बच्चा अकेले निकला घर से बाहर, गिरफ्तार हो गई मां पतले बाल हो जाएंगे घने, आयुर्वेद के ये 3 उपचार हैं फायदेमंद, जानिए एक्सपर्ट से तो ये था घर के कुएं से पेट्रोल निकलने का कारण… छत्तीसगढ़ पुलिस ने बताया ऐसे कैसे संभव हुआ मामा-भांजी का इश्क! प्यार में एक-दूसरे से बिछड़ने का डर, उठाया ये खौफनाक कदम मोदी-शाह-अडानी या…विधानसभा चुनाव तय करेगा किसका है महाराष्ट्र? बोले उद्धव ठाकरे सहारनपुर: एक-दो नहीं, बल्कि चार बार डसी…युवक के पीछे पड़ी नागिन, सपेरे को भी नहीं छोड़ा इंदौर: बीएड की छात्रा का घर में फंदे पर लटका मिला शव, सुसाइड नोट में लिखा था- ‘Sorry मॉम-डैड…’

इंदौर: ICU में पत्नी की टूट रही थी सांस… वहीं पति भी था भर्ती, मांग में सिंदूर भर कर दी अंतिम विदाई; रुला देगी कहानी

देशभर में ब्रेन डेड की घटनाएं तेज सी बढ़ रही हैं. ब्रेन डेड की स्थित में अंग दान करके एक से ज्यादा लोगों की जिंदगी को बचाया जा सकता है. ऐसा ही एक ताजा मामला मध्य प्रदेश के इंदौर जिले से सामने आया है. यहां एक पति ने पत्नी के ब्रेन डेड होने के बाद उसके अंग डोनेट कर दिए. इतना ही नहीं अंग दान करने से पहले पति ने पत्नी की मांग में सिंदूर भर के अपनी ओर से आखिरी विदाई दी. इससे पहले भी इंदौर में कई लोगों को अंग डोनेट होने के बाद नई जिंदगी मिल चुकी है.

शाजापुर में रहने वाले भूपेंद्र और उनकी पत्नी मनीषा का पिछले दिनों एक एक्सीडेंट हो गया था. इस एक्सीडेंट में पति-पत्नी दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए थे. वहीं, इलाज के दौरान डॉक्टरों ने पत्नी मनीषा को ब्रेन डेड घोषित कर दिया. जिस दौरान डॉक्टरों ने मनीषा को ब्रेन डेड घोषित किया उस समय पति भूपेंद्र का भी अस्पताल में इलाज चल रहा था. ब्रेन डेड की जानकारी होते ही पूरे परिवार में सन्नाटा पसर गया.

पति ने मांग में सिंदूर भर के दी विदाई

परिवार ने हिम्मत बांधते हुए मनीषा के अंग दान करने का निर्णय लिया और उन्होंने इस संबंध में इंदौर की अंगदान समिति के जीतू बागवानी और अन्य लोगों से संपर्क किया. इसके बाद जरूरतमंद लोगों तक अंग पहुंचने की व्यवस्था की गई. वहीं, इस दौरान पति ने पत्नी की मांग में सिंदूर भर के और बिंदी लगाकर नम आंखों से विदाई दी. यह नजारा देखते ही अस्पताल में मौजूद सभी लोग काफी भावुक हो गए.

मौत के बाद दिया कई लोगों को जीवनदान

ग्रीन कॉरिडोर बनाकर मनीषा की किडनी दो लोगों को डोनेट की गई है. वहीं आंखें एक व्यक्ति को डोनेट की गई है. इंदौर में ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. इससे पहले भी अंग दान करके इंदौर में कई लोगों की जान बची है. मनीषा मौत के बाद भी कई लोगों को जीवनदान दे गई हैं.

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.