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कालाष्टमी के दिन इन चीजों का करें दान, कालभैरव की कृपा से बन जाएंगे बिगड़े काम!

 हिंदू धर्म में कालाष्टमी पर्व का बहुत अधिक महत्व होता है. ये पर्व हर महीने कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को बड़े ही उत्साह से मनाया जाता है. इस दिन भगवान शिव के उग्र रूप काल भैरव की विधि-विधान से पूजा की जाती है. इस दिन दान करने से काल भैरव की विशेष कृपा प्राप्त होती है और जीवन में आने वाली सभी समस्याओं का समाधान होता है. काल भैरव को संकट मोचन भी माना जाता है. उनकी पूजा करने से सभी प्रकार के संकट दूर होते हैं. काल भैरव की पूजा करने और दान करने से लोगों को धन-धान्य की वृद्धि होती है.

पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 22 नवंबर दिन शुक्रवार को शाम 6 बजकर 07 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन 23 नवंबर दिन शनुवार को रात 7 बजकर 56 पर समाप्त होगी. इस मौके पर काल भैरव की पूजा का मुहूर्त 22 नवंबर को सुबह 6 बजकर 50 मिनट से 10 बजकर 48 मिनट तक रहेगा और निशिता काल मुहूर्त 22 नवंबर की रात 11 बजकर 41 मिनट से 23 नवंबर की रात 12 बजकर 34 मिनट तक है.

कालाष्टमी की पूजा विधि

  • कालाष्टमी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें.
  • पूजा स्थल को साफ करें और उस पर एक लाल रंग का कपड़ा बिछाएं.
  • काल भैरव की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें.
  • पूजा के लिए दीपक, धूप, फूल, फल, मिठाई, जल, अक्षत, रोली, चंदन आदि सामग्री की आवश्यकता होती है.
  • “ॐ क्लीं कालिकायै नमः” मंत्र का जाप करें.
  • काल भैरव की पूजा करें और उन्हें अर्घ्य दें.
  • भगवान को भोग लगाएं और आरती करें.

कालाष्टमी के दिन इन चीजों का करें दान

कालाष्टमी के दिन दान करने से व्यक्ति को कई तरह के लाभ प्राप्त होते हैं. इस दिन दान करने से व्यक्ति के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है.

  1. काला तिल का दान काल भैरव को बहुत प्रिय होता है. काले तिल का दान करने से व्यक्ति के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है.
  2. काले चने का दान करने से व्यक्ति को धन लाभ होता है और जीवन में सफलता प्राप्त होती है.
  3. लोहे की वस्तुएं जैसे कि लोहे की कील, लोहे की चम्मच आदि का दान करने से व्यक्ति को शत्रुओं से मुक्ति मिलती है.
  4. काले कपड़े का दान करने से व्यक्ति को रोगों से मुक्ति मिलती है.
  5. नमक का दान करने से व्यक्ति को धन लाभ होता है और तेल का दान करने से व्यक्ति के सभी कष्ट दूर होते हैं.
  6. फल का दान करने से व्यक्ति को आरोग्य लाभ होता है और जीवन में बीमारी की समस्या से निजात मिलती है.

दान करते समय इन बातों का रखें ध्यान

दान करते समय शुद्ध मन से दान करना चाहिए. दान करते समय किसी से भी अपेक्षा नहीं करनी चाहिए. दान करते समय मुस्कुराते हुए दान करना चाहिए. दान करते समय गरीब और जरूरतमंद लोगों को ही दान करना चाहिए.

कालाष्टमी का महत्व | Kalashtami Ka Mahatva

ऐसी मान्यता है कि कालाष्टमी के दिन दान करने से व्यक्ति को कई तरह के लाभ प्राप्त होते हैं. इसलिए, कालाष्टमी के दिन दान करना बहुत ही शुभ माना जाता है. इस दिन दान करने से लोगों को काल भैरव की विशेष कृपा प्राप्त होती है और सभी प्रकार के कष्ट दूर होते हैं.इसके अलावा जीवन में सुख-शांति बनी रहती है और कारोबार में खूब धन का लाभ होता है. इस दिन काल भैरव की कृपा से लोगों के लिए मोक्ष प्राप्ति का मार्ग खुलता है.

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