एक्टर्स से करवाए रेप, करवाई जानवरों की हत्या; दुनिया की सबसे वीभत्स फिल्म – कैनिबल होलोकॉस्ट
कैनिबल होलोकॉस्ट (नरभक्षियों का प्रलय) – : हर रोज कई फिल्में पर्दे पर उतरती हैं। हर फिल्म दर्शकों के जेहन पर एक अलग छाप छोड़ती है। आज के समय पर आप फिल्मों में खून, हिंसा, मारा-धाड़ देखने के बेशक आदि हो चुके हैं, लेकिन कुछ फिल्म इसकी हद पार कर देती हैं। ये दुनिया की सबसे वीभत्स, हिंसक और सबसे ज्यादा न्यूडिटी वाली फिल्म मानी जाती है। इसका अंदाजा इसी बात से लगा लीजिए कि आज भी 50 देशों में ये फिल्म बैन है।ये है 1980 में बनी इटालियन फिल्म कैनिबल होलोकॉस्ट। आप ने नाम सुना होगा, कुछ ने देखी भी होगी, लेकिन इस फिल्म के बनने से लेकर सिनेमाघरों में आने तक का जो सफर है, वो सिहरन पैदा करने वाला है। इस फिल्म में हिंसा वाले सीन रियल लगें इसके लिए डायरेक्टर ने एक्टर्स से कैमरे के सामने जानवरों की हत्या करवाई। रेप सीन भी रियल लगें, इसके लिए सच में रेप करवाए। यह अपने जमाने की सबसे विवादित फिल्म भी थी। फिल्म का निर्देशन रगेरो डिओडाटो ने किया था और इसमें रॉबर्ट केरमैन, गेब्रियल योर्के, ल्यूका जॉर्जियो बर्बरेस्ची, फ्रांसेस्का सियार्डी जैसे स्टार्स की अहम भूमिका थी।जब फिल्म रिलीज हुई तो 10वें दिन ही बैन हो गई। इसकी सारी रीलें जब्त कर ली गईं। साल 1981 में इस फिल्म को फ्रांस में रिलीज किया गया। फोटो मैगजीन ने फिल्म से जुड़ी एक तस्वीर प्रिंट करते हुए दावा किया कि फिल्म में जितने भी एक्टर्स के मर्डर सीन हैं वो सारे असली हैं। फिल्म को रियल बनाने के लिए डायरेक्टर ने अपने ही एक्टर्स का कत्ल करवा दिया। पब्लिकेशन के फोटो आर्टिकल के आधार पर डायरेक्टर के खिलाफ कई एक्टर्स के मर्डर का केस हुआ, गिरफ्तारी हुई और केस भी चला, क्योंकि फिल्म की शूटिंग के बाद से वो एक्टर्स भी गायब थे। सुनवाई के दौरान डायरेक्टर रगेरो ने अपने सभी एक्टर्स को सबूत के तौर पर पेश किया, जिनकी हत्या के आरोप में उन पर केस हुआ था। दरअसल प्रमोशनल स्ट्रैटजी के तहत ही डायरेक्टर ने अपने सभी एक्टर्स को दुनिया की नजरों से छिपकर रहने को कहा था। सभी एक्टर्स ने डायरेक्टर के साथ एक कॉन्ट्रैक्ट साइन किया था।फिल्म की कहानी और बजटफिल्म की कहानी की बात करें तो ये जंगलों में बसे आदिवासियों के इर्द-गिर्द घूमती है। फिल्म की वीभत्सता उसके नाम और सब्जेक्ट में ही है फिल्म के टाइटल का हिंदी मतलब है नरभक्षियों का प्रलय। डायरेक्टर इस फिल्म को जिंदा करने चाहते थे, लेकिन उस दौर में VFX नहीं होते थे, जिसके चलते यह तभी कर पाना मुमकिन था जब इन्हें असल में किया जाए। ऐसे में डायरेक्टर ने ठाना कि फिल्म में असली में रेप सीन किया जाएगा। बताया जाता है कि रगेरो डिओडाटो की मनमानी ऐसी थी कि एक्टर्स को इसका बेहद खामियाजा भुगतना पड़ा।बताया जाता है कि फिल्म का निर्माण महज 1 लाख डॉलर में हुआ था और इसका कलेक्शन 200 मिलियन डॉलर तक पहुंच गया था। फिल्म ने 10 दिन में ही 20 मिलियन डॉलर की कमाई कर डाली। इसकी लाइफटाइम कमाई 200 मिलियन डॉलर रही। ये अपनी लागत के मुकाबले 2000 गुना कमाई करने वाली सफलतम फिल्म मानी गई।शूटिंग शुरू होने से पहले ही आईं अड़चनेंफिल्म में पहले अमेरिकन एक्टर पिरकानेन के दोस्त को कास्ट किया गया था, लेकिन अमेजन के जंगलों में शूटिंग शुरू होने से ठीक पहले उसने फिल्म करने से इनकार कर दिया। हड़बड़ी में टीम ने स्टेज एक्टर कार्ल गेब्रिएल को कास्ट किया, क्योंकि महीनों की मेहनत से तैयार किए गए बूट और कॉस्ट्यूम का साइज उन्हें फिट आ रहा था। 4 जून 1979 को फिल्म की शूटिंग अमेजन के जंगलों और रोम में शुरू हुई। डायरेक्टर रगेरो डिओडाटो को बिना VFX के हिंसक मर्डर के ऐसे सीन शूट करने थे, जो असली लगें। उन्होंने इटालियन डायरेक्टर रॉबर्ट रोजेलिनी से ट्रेनिंग ली, जो इस तरह के सीन अपनी पिछली फिल्म अलटाइम ग्रिडा डाल्ला सवाना में इस्तेमाल कर चुके थे।एक्टर की मर्जी के खिलाफ उनके हाथों करवाई जानवरों की हत्याशूटिंग के दौरान कास्ट के कई सदस्य फिल्म में न्यूडिटी, सेक्स, ग्राफिक कंटेंट और जानवरों को असल में मारने से असहज थे। एक्टर कार्ल ने शूटिंग के दौरान कहा था कि इस तरह के क्रुएलिटी लेवल से मैं अनजान था। कार्ल को एक सीन में सूअर को बेरहमी से मारना था, लेकिन उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया। आखिरकार डायरेक्टर ने उनसे जबरदस्ती इस सीन की शूटिंग करवाई। जब सीन शूट हुआ तो कार्ल को एक मोनोलॉग बोलना था। वो बेहद इमोशनल हो गए, लेकिन उन्हें भावनाएं काबू करनी पड़ीं, क्योंकि रीटेक के लिए सेट पर दूसरा सूअर मौजूद नहीं था।सीन इतने वीभत्स की शूटिंग में सेट पर मौजूद लोगों ने कर दी उल्टीएक्टर के हाथों जानवरों का कत्ल करने वाले सीन इतने वॉयलेंट और क्रूर थे कि शूटिंग के दौरान ही सेट पर मौजूद कई लोगों ने उल्टी कर दी। सबसे ज्यादा बेरहमी से स्क्विरल बंदर को मारा गया था। शूटिंग का आलम ये था कि एक्टर्स सेट पर ही उल्टियां करते, कुछ डिप्रेशन में चले गए, एक एक्टर ने रेप सीन शूट करने के बाद अपनी गर्लफ्रेंड से ब्रेकअप कर लिया, क्योंकि उसे खुद से ही नफरत हो गई थी, लेकिन परफेक्शन की सनक डायरेक्टर पर इस कदर हावी थी कि उसने ऐसी किसी भी बात का असर फिल्म की शूटिंग पर नहीं पड़ने दिया।रेप और सेक्स सीन को असल में फिल्माया गयाडायरेक्टर ने एक्टर्स पर सेक्स सीन शूट करने का दबाव बनाया। सेट पर लोग ज्यादातर तनाव और गुस्से में रहते थे। एक्ट्रेस फ्रांसिस्का सियार्डी ने एक सेक्स सीन के दौरान अपने कपड़े उतारने से इनकार किया तो डायरेक्टर ने उन्हें गुस्से में सेट से बाहर कर दिया। बाहर जाकर भी डायरेक्टर फ्रांसिस्का पर चिल्लाते रहे। आखिरकार उन्हें दबाव में बिना कपड़ों के ही शूटिंग करनी पड़ी।सीन असल दिखाने क्रू को जलती झोपड़ी में बंद रखाएक सीन में ट्राइबल को झोपड़ी में रखकर आग लगाई गई थी। डायरेक्टर रगेरो का पागलपन ऐसा था कि उन्होंने असल में एक्टर्स को जलती हुई झोपड़ी में काफी देर तक रहने का दबाव बनाया, जबकि आग की लपटें तेज थीं और झोपड़ी लगातार आग में जलते हुए टूट कर गिर रही थी। इस खतरनाक सीन को फिल्माए जाने के बावजूद डायरेक्टर ने क्रू मेंबर्स को उनकी पेमेंट नहीं दी।शूटिंग का इतना बुरा असर, एक्टर को खुद से नफरत हो गईएक लोकल लड़की के साथ रेप सीन फिल्माने के दौरान एक्टर कार्ल बुरी तरह प्रभावित हुए। सीन में कार्ल अपने साथी के साथ एक ट्राइबल लड़की के साथ जबरदस्ती संबंध बनाते हैं और उसे टॉर्चर करते हैं। इस सीन की शूटिंग के बाद वो सेट पर अमूमन डिस्टर्ब रहने लगे थे। उन्हें खुद से नफरत सी हो गई। शूटिंग का कार्ल पर इतना बुरा असर पड़ा कि उन्होंने न्यूयॉर्क जाकर अपनी गर्लफ्रेंड से ब्रेकअप कर लिया। जब उन्हें डॉलर के बजाय कोलंबियन करेंसी में पेमेंट हुई तो नाराज होकर उन्होंने आगे की शूटिंग करने से भी इनकार कर दिया।डिस्क्लेमर- कैनिबल होलोकॉस्ट फिल्म की ये स्टोरी महज जानकारी देने के लक्ष्य से लिखी गई है। प्रदेश लाइव किसी भी तरह से हिंसक कंटेंट, न्यूडिटी या बैन कंटेंट का समर्थन नहीं करता है।
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