साउथ तहसील में 11 बजे तक हुईं 29 रजिस्ट्रियां, जांच में पाईं खामियां; डीसी ने कार्रवाई के लिए रिपोर्ट सरकार को भेजी
लुधियाना: देर रात तक रजिस्ट्रियां होने की डीसी ने एसडीएम वेस्ट से करवाई थी जांचजिला प्रशासन के अधीन लुधियाना साउथ तहसील में रजिस्ट्रियों को लेकर बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। खुलासा हुआ है कि लुधियाना साउथ तहसील में 9 नवंबर को रात करीब 11 बजे तक रजिस्ट्रियां होती रही। इस बात की भनक जब डिप्टी कमिश्नर सुरभि मलिक को लगी तो उनकी तरफ से इसे लेकर जांच एसडीएम वेस्ट को सौंपी गई है।वहीं, एसडीएम वेस्ट की तरफ से अपनी जांच पूरी करते हुए रिपोर्ट डिप्टी कमिश्नर को सौंपी है। अब इस पर कार्रवाई राज्य सरकार की तरफ से की जाएगी। इस मामले की पुष्टि करते हुए डिप्टी कमिश्नर सुरभि मलिक ने कहा कि उन्होंने इस मामले की जांच करवाई थी और आगे की कार्रवाई के लिए जांच रिपोर्ट सरकार के पास भेज दी है।29 रजिस्ट्रियों में से ज्यादातर बिना एनओसी के हुईं, दो की अपॉइंटमेंट 4 मई और 17 जून की थीसूत्रों के मुताबिक जांच में ये बात सामने आई है कि 9 नवंबर को एक ही दिन में 79 रजिस्ट्रियां लुधियाना साउथ तहसील में हुई हैं। इनमें 50 रजिस्ट्रियां तो शाम 5.26 मिनट तक हुई। लेकिन इसके बाद 29 रजिस्ट्रियां रात 9 बजे से लेकर करीब 11 बजे तक अचानक हो गईं। इसकी सूचना जब डिप्टी कमिश्नर को मिली तो उनकी तरफ से तुरंत नोटिस जारी करते हुए जांच करने के लिए एसडीएम वेस्ट को जिम्मेदारी सौंपी थी। सूत्रों के अनुसार ये भी बात सामने आ रही है कि 29 रजिस्ट्रियों में ज्यादातर बिना एनओसी के हुई हैं। इनमें दो रजिस्ट्री ऐसी भी सामने आई हैं, जिनकी अपॉइंटमेंट की तरीख 4 मई और 17 जून की है। इसी तरह बाकी की रजिस्ट्रियां की अपॉइंटमेंट तारीख भी 9 नवंबर की है। ऐसे में वर्किंग डे की जगह रात के समय अचानक से 29 रजिस्ट्रियां होने से मामला संदिग्ध देखकर डिप्टी कमिश्नर ने इसकी जांच करवाई थी।मिलीभगत से रजिस्ट्री होने का मामला पहले भी उठ चुकाबता दें कि शहर में इस समय तहसीलों में बिना एनओसी के रजिस्ट्रियां नहीं हो रही हैं, क्योंकि सरकार ने अवैध काॅलोनियों की रजिस्ट्रियाें पर बिना एनओसी के बैन लगा रखा है। इसके बावजूद ये मामले सामने आ चुके हैं के तहसीलों में मिलीभगत के चलते बिना एनओसी के रजिस्ट्रियां धड़ाधड़ हो रही हैं। यही कारण है कि लुधियाना साउथ में वर्किंग का समय खत्म होने के बाद रात 11 बजे तक 29 रजिस्ट्रियां हो जाना, सीधे तौर पर बिना एनओसी वाली रजिस्ट्रियां करने के मामले को दर्शा रहा है। हालांकि अधिकारियों ने इस मामले में खुलकर बात नहीं की है, वे सिर्फ यही कह पाएं कि जांच में बड़ी खामियां सामने आई हैं। जिसकी रिपोर्ट सरकार को कार्रवाई के लिए भेजी गई है।
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