मुखिया पति समर्थकों द्वारा मुर्गी फार्म में बन्द कर तीन युवकों की बेरहमी से पिटाई
छपरा/मांझी/सारण। मांझी थाना क्षेत्र के मुबारकपुर पंचायत के मुखिया पति विजय यादव के समर्थकों द्वारा गांव के एक मुर्गी फार्म में बन्द कर तीन युवकों की बेरहमी से पिटाई करने का वीडियो फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसके बाद गांव सहित क्षेत्र के लोगों में तनाव की स्थिति है। हालांकि मुबारकपुर गांव में पुलिस कैंप कर रही है। वहीं क्षेत्र के बुद्धिजीवियों द्वारा संयम बरतने व धैर्य धारण करने की अपील की गई है। जिससे माहौल तनावपूर्ण लेकिन पुलिस के नियंत्रण में है।
वहीं वायरल हो रहे वीडियो में बन्द कमरे में लोहे की रॉड, पाइप व हथौड़ा से वार करते युवकों के हमले तथा गुहार लगाते युवकों के वीडियो सामने आने के बाद प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है। मुखिया पति के गांव सिधरिया टोला तथा मुबारकपुर गांव में दो अलग अलग मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में समुचित पुलिस बल लगातार कैम्प कर रही है।
शनिवार को मांझी विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी राणा प्रताप उर्फ डब्ल्यू सिंह तथा राजद नेता जितेन्द्र सिंह ने पीड़ित परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी। इस दौरान सारण जिला प्रशासन से इस अमानवीय कृत्य के दोषी को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की गई। उधर इस हमले में गंभीर रूप से घायल राहुल कुमार सिंह तथा आलोक कुमार सिंह घटना के तीसरे दिन भी पटना के निजी अस्पताल में जीवन और मौत से जूझते रहे। जबकि मृतक अमितेष कुमार सिंह के परिजनों ने दाह संस्कार के बाद श्राद्ध कर्म की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
इस बीच घटना के बाद से मुबारकपुर गांव में नेताओं के जुटान से आसपास के क्षेत्र में बेहद तनावपूर्ण माहौल बन गया है। लगभग डेढ़ किमी की दूरी पर स्थित दोनों गांवों के लोग एक दूसरे के गांव में दुबारा मारपीट की आशंका के मद्देनजर आने-जाने से परहेज कर रहे हैं। इधर एक आरोपी के सरेन्डर करने के बाद शेष चार नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सारण जिला पुलिस संभावित ठिकानों पर लगातार छापेमारी कर रही है।
उधर शनिवार की शाम भाजपा सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल भी मुबारकपुर गांव पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मृतक युवक सहित घायलों के परिजनों को सांत्वना दिया। साथ ही पुलिस अधीक्षक से वारदात के दोषियों के विरुद्ध शीघ्र कार्रवाई की मांग की।
इस अवसर पर भाजपा मांझी पश्चिमी मंडल अध्यक्ष मुकेश कुमार सिंह, भाजयुमो नेता विभूति नारायण तिवारी, विक्की सावन आदि के अलावा क्षेत्रीय भाजपा नेता और कार्यकर्ता सहित ग्रामीण मौजूद रहे।
दबंग मुखिया पति ने रची साजिश ।
तीन युवक हुये मॉब लिंचिंग का शिकार
मौका-ए-वारदात पर नही मिले कोई हथियार जबकि
मुखिया प्रतिनिधि ने लगाया था फायरिंग का आरोप
जिले में तीन युवक मॉब लिंचिंग का शिकार हो गये। जिसमें एक युवक की मौत जहां स्वास्थ्य केंद्र पहुंचने के क्रम में हो गई, वही दो युवकों को गंभीर स्थिति में स्वास्थ्य केंद्र से छपरा सदर अस्पताल और उसके बाद वहां से भी बेहतर चिकित्सा के लिए पीएमसीएच रेफर किया जा चुका है। छपरा जिले के मांझी थाना अंतर्गत मुबारकपुर गांव की है। जहां पूर्व के विवाद को लेकर मुखिया प्रतिनिधि के द्वारा मॉब एकत्रित कर तीन युवकों को मॉब लिंचिंग का शिकार बना दिया गया।
मॉब लिंचिंग का शिकार बने युवक भी मांझी थाना क्षेत्र के मुबारकपुर गांव निवासी ही हैं, जिनमें मृतक की पहचान जयप्रकाश सिंह के पुत्र अमितेश कुमार सिंह के रूप में की गई। वही जिंदगी और मौत से जूझ रहे दोनों युवक संजय सिंह के 22 वर्षीय पुत्र राहुल कुमार सिंह एवं उदय नारायण सिंह के 25 वर्षीय पुत्र आलोक कुमार सिंह उर्फ विक्की है, जो कि कोई अपराधी नहीं है नहीं अभी तक इनका कोई आपराधिक इतिहास ज्ञात नही है।
नजर डालते हैं मॉब लिंचिंग की उस घटनाक्रम पर ।
मांझी थाना क्षेत्र के मुबारक गांव निवासी मुखिया प्रतिनिधि विजय यादव के द्वारा यह बात फैलाई गई कि उनके ऊपर मॉब लिंचिंग के शिकार तीनों युवक हत्या की नीयत से फायरिंग कर रहे थे और उनके द्वारा अपने सहयोगियों के साथ मिलकर तीनों को पकड़कर अपने मुर्गी फार्म बंद किया गया था। जहां तीनों युवक मॉब लिंचिंग का शिकार हुए, लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि उन पर हमला करने वाले चार युवकों में से सिर्फ एक युवक फरार हुआ, जबकि तीन युवकों को रंगे हाथ पकड़े जाने की बात बताई गई। ऐसी स्थिति में जब मुखिया प्रतिनिधि के उपर सभी ने फायरिंग की तो घटनास्थल से एक भी हथियार बरामद क्यों नहीं हुआ? मौका-ए-वारदात से जहां तीन युवकों को पकड़े जाने की बात बताई गई वहां एक भी हथियार की बरामदगी नहीं हुई है। जो कि संदेह के दायरे में है, इस घटना के बाद जहां गांव में तनाव की स्थिति है। वही पुलिस भी मामले की तह तक जाने के लिए जांच कर रही है जिसका परिणाम है कि पुलिस ने मॉब लिंचिंग के शिकार युवकों को भी अब तक हिरासत में भी नहीं लिया है। इस मामले में सारण एसपी गौरव मंगला ने बताया कि पूरा मामला पुलिस के संज्ञान में है फिलहाल पुलिस इस घटनाक्रम के सभी बिंदुओं की बारीकी से जांच कर रही है। जिसके बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी।