छात्र वीर प्रताप सिंह को सरकार खोज कर लाये : लोकमंच
पटना। भारतीय लोकमंच पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव कुणाल सिकंद ने फिर से एक बार मदद का हाथ बक्सर के एक परिवार के तरफ बढ़ाया और बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, पुलिस महानिदेशक राजविंदर सिंह भट्टी को उन्होंने बक्सर जिला के मुख्यालय से 12 अक्टूबर 2020 को छात्र वीर प्रताप सिंह प्रातः में पाँच बजे जब वो रोजाना की तरह दौड़ने गये। लेकिन वो आज और अभी तक नही लौटे। जब की उनका परिवार काफी खोजने के बाद 14 अक्टूबर 2020 को उद्योगिक थाना बक्सर में प्राथमिक दर्ज कराने जब उनका परिवार जाता है तो बहुत मसख्त के बाद प्रार्थमिक पुलिस द्वारा दर्ज तो कर लिया गया लेकिन समय दर समय बीतता गया लेकिन उनका बेटा छात्र वीर प्रताप सिंह को पुलिस नही खोज पाई और जब परिवार परेशान हो कर नियम वध तरीके से थाना जाना शुरू किया तो पुलिस कुछ हरकत में आई लेकिन पुलिस से वीर प्रताप सिंह नही मिला पाया उनका पूरा परिवार बक्सर पुलिस अधीक्षक कार्यालय से ले कर पुलिस महानिदेशक कार्यालय तक ही नही उनका पूरा परिवार मुख्यमंत्री आवास तक गया और गिर गिरता रहा लेकिन उनकी माँ और बहन स्वेता सिंह, पिता तक का कोई नही सुना यह साफ दर्शाता है कि बिहार की पूरी कानून व्यवस्था ठप हो गई है। अपराधी बेलगाम घूम रहे अपहरण नीतीश सरकार में उद्योग का रूप ले किया है छात्र वीर प्रताप सिंह को उनका परिवार खोजते खोजते हर तरीके से थक गया लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लोकमंच ने मांग किया है कि एक पुलिस की स्पेशल टीम गठित कर बक्सर भेजा जाये और उनके परिवार वो टीम मुलाकात करें और वीर प्रताप को खोजना शुरू करे साथी ही उनके परिवार को सुरक्षा उपलब्ध कराया जाये।