एन आई ओ एस प्रशिक्षित शिक्षको के साथ अन्याय नहीं होने देंगे : केशव
मोतिहारी। शिक्षक संघ बिहार का प्रदेश स्तरीय वर्चुअल मीटिंग प्रदेश अध्यक्ष केशव कुमार के नेतृत्व में हुआ जिसमें प्रदेश के वैसे शिक्षक जिनका प्रशिक्षण राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी संस्थान से हुआ लेकिन विभागीय लापरवाही के कारण प्रकाशन तिथि मार्च 2019 के बाद आया। शिक्षा विभाग की ओर से पत्र निर्गत किया गया है कि जो शिक्षक 31 मार्च 2019 के बाद का प्रशिक्षण तिथि है उनकी सेवा की गणना नवनियुक्त के रूप में की जाएगी इसको लेकर राज्य के करीब पच्चास हजार से अधिक शिक्षकों प्रभावित होंगे। इस ज्वलंत मुद्दों को लेकर शिक्षक संघ बिहार ने अपने राज्य एवं जिला संघ के पदाधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक कर आपसी चर्चा किया। प्रदेश अध्यक्ष केशव कुमार ने कहा कि इस गंभीर मुद्दे पर राज्य के तमाम संघ एकजुट होकर सरकार के विरुद्ध संघर्ष का एलान करना चाहिए। हमें किसी भी कीमत पर प्रशिक्षण के प्रकाशन तिथि में सुधार के साथ और भी जो हमारी जायज मांगे हैं उसके लिए एकजुट होना पड़ेगा तभी सरकार हमारी मांगों पर विचार करेगी। वहीं प्रदेश कोषाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने कहा कि सरकार की कथनी और करनी में बहुत ही फर्क है जब सता से बाहर होती है तो शिक्षकों की समस्याओं एवं मांगों को प्रमुखता से सदन एवं सड़क पर आवाज़ बुलंद करती है और जैसे ही सता में आती है हमारी समस्या को नजरंदाज कर देती है। इस चाल को हम सभी शिक्षक समझ गए हैं। प्रदेश महासचिव लालबाबु कुमार एवं मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि यथाशीघ्र हमें राज्य में बैठक कर एन आई ओ एस प्रशिक्षण एवं अप्रशिक्षित शिक्षकों के हीत मे कदम उठाने की जरूरत है। प्रदेश सचिव मो.फखरूद्दीन ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि हमें सरकार के बातों पर विश्वास न करके सरकार के विरुद्ध संघर्ष को तेज करना चाहिए। बैठक में मुख्य रूप से प्रदेश के महासचिव लालबाबु राय, कोषाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह, उपाध्यक्ष मनोज श्रीवास्तव, मनीष सिंह, सचिव फखरूद्दीन, श्रतुराज सौरभ, आशुतोष चौधरी, दरभंगा जिलाध्यक्ष सौरभ कुमार सिंह,सारण जिलाध्यक्ष सुभाष कुमार सिंह, पश्चिम चम्पारण जिलाध्यक्ष अमीत श्रीवास्तव,पूर्वी चम्पारण जिलाध्यक्ष सतीश कुमार सिंह, सारण के सचिव राकेश रंजन सिंह,दीलिप गुप्ता, राजेश कुमार तिवारी, राजेश कुमार सिंह, हरेंद्र राय, मालिक राम मुख्य रूप से सामिल हुए।