25 वर्षीय मोहम्मद शहंशाह की चंडीगढ़ में संदेहास्पद स्थिति में मौत
चौथे दिन गांव पहुंचा शव
कटिहार। जिले के कदवा थाना क्षेत्र के कुम्हड़ी पंचायत वार्ड संख्या एक निवासी 25 वर्षीय मोहम्मद शहंशाह की चंडीगढ़ में संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई थी। बीते गुरुवार की संध्या चंडीगढ़ से शव कुम्हड़ी गांव पहुंचा । शव गांव पहुंचते ही मृतक के परिवार में कोहराम मच गया मृतक के पिता ने जब शव को देखा तो देखा कि उमके पुत्र का पैर टूटा हुआ है तथा सीने पर व गले पर कई गंभीर जख्म देखे गए। मृतक के शव को देखते ही मृतक के परिजनों द्वारा स्थानीय मुखिया सरपंच को बुलाकर घटना की जानकारी दी गई । मृतक के पिता शमशुल हक ने प्रतिनिधिगणों व कदवा पुलिस को बताया कि उनका पुत्र उनके ही गांव के सात लोग के साथ पंजाब प्रांत में काम करता था। सभी सातों को घर पर बुलाया गया है उन्ही सातों ने मिलकर उनके पुत्र की हत्या कर दी है। स्थानीय मुखिया पति सरपंच पति व मृत युवक के पिता शम्सुल हक द्वारा बीते रात्रि कुम्हड़ी गांव निवासी मोहम्मद अशरफ, मोहम्मद आसिफ, मोहम्मद शमशेर, मोहम्मद इसराइल, मोहम्मद अफजल, मोहम्मद मुस्तकीम, मोहम्मद इदरीश,सभी सातों को कदवा पुलिस के हवाले कर दिया गया। मृतक के पिता का मानना था की उनके ही गांव के सभी सातों लोगों द्वारा उनके पुत्र की हत्या कर दी है। मामले की जानकारी देते हुए सरपंच संघ अध्यक्ष पति दयानंद मिश्रा ने बताया कि उन लोगों द्वारा सभी सातों को कदवा पुलिस के हवाले किया गया था परंतु गुरुवार की देर रात्रि अशोक कुमार मेहता नामक जनप्रतिनिधि व कुछ दलालों द्वारा ₹300000 तीन लाख रुपये लेनदेन कर मामले को निपटाते हुए हत्या जैसी संगीन घटना पर पर्दा डालने का प्रयास किया गया है। जिनका उनके पास कई जीता जागता प्रमाण भी है। ऐसे ही जनप्रतिनिधि गणों के कारण क्षेत्र में अपराध बढ़ता है। जबकि पैसे का लेन देन दोनों ही स्थिति में गलत है। यदि युवक की हत्या कर दी गई तो सभी सातों दोषियों को सजा मिलनी चाहिए यदि सभी निर्दोष हैं तो उन्हें आर्थिक दंड नहीं लगना चाहिए। मामले को लेकर उन्होंने कटिहार एसपी जितेंद्र कुमार व कदवा थाना अध्यक्ष को व्हाट्सएप के जरिए घटना की जानकारी देते हुए कई ऑडियो व वीडियो साझा किया है। ऑडियो वीडियो साझा करते हुए सरपंच संघ अध्यक्ष पति दयानंद मिश्रा ने शव का अंत्य परीक्षण कराकर मृतक के परिजन के सुपुर्द करने की मांग की है। तथा दोषी या निर्दोष की सही फैसला करने की मांग की है । उन्होंने थाना क्षेत्र में बढती दलाली प्रथा पर अंकुश लगाने की मांग की है। वहीं दूसरी ओर मृतक के परिवार और थाना में बंद लोगों।